Vikrant Shekhawat : Feb 25, 2021, 09:28 PM
नई दिल्ली: देशभर के 8 करोड़ से ज्यादा व्यापारियों ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) में सुधार के लिए शुक्रवार को भारत बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया है। इस फैसले का समर्थन करते हुए ट्रांसपोर्टर्स संगठनों (Transporters Association) ने ट्रकों को पार्क कर सुबह 6 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक चक्का जाम करने का ऐलान किया है।क्या खुलेगा क्या रहेगा बंद?व्यापारियों के संगठन CAIT से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली समेत देशभर के सभी राज्यों में छोटे-बड़े 1500 व्यापारी संगठन GST पोर्टल पर लॉग इन नहीं कर अपना विरोध प्रदर्शित करेंगे। इसमें लघु उद्योग, हॉकर्स, महिला उद्यमी और व्यापार से जुड़े अन्य क्षेत्रों के राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय संगठन भी शामिल होंगे। हालांकि इस देशव्यापी बंद से किसी को परेशानी ना हो इसलिए आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। इसमें मेडिकल स्टोर, दूध, सब्जी आदि की दुकानें शामिल हैं।CAIT ने लिखी थी पीएम को चिट्ठीभारत बंद से पहले CAIT ने प्रधानमंत्री को एक चिट्ठी भी लिखी थी, जिसमें GST से जुड़े मुद्दों, ई-कॉमर्स कंपनियों से जुड़े मामलों का जिक्र था। इस चिट्ठी में CAIT ने प्रधानमंत्री से केंद्रीय लेवल पर एक 'स्पेशल वर्किंग ग्रुप' बनाने की मांग की थी, जिसमें सीनियर अधिकारी, CAIT के नुमाइंदे और इंडीपेंडेंट टैक्स एक्सपर्टस हों, जो GST के ढांचे की समीक्षा करें और सरकार को सुझाव दें।GST सुधार के लिए दिए सुझावइस दौरान CAIT ने ये भी सुझाव दिया कि हर जिले में 'डिस्ट्रिक्ट GST वर्किंग ग्रुप' का भी गठन किया जाए, जिससे टैक्स बेस बढ़े और रेवेन्यू में भी इजाफा हो। इस चिट्ठी में CAIT ने लिखा है कि हाल ही में GST में किए गए कुछ संशोधनों की वजह सरकारी अधिकारियों को मनमाने और निरंकुश अधिकार मिल गए हैं। CAIT का कहना है कि ये संशोधन पीएम मोदी के 'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' मिशन के उलट है, इन संशोधनों से देश में 'टैक्स टेररिज्म' का माहौल बना है।