Special / 8 बच्‍चों की मौत के बाद मां की दुनियाभर में हुई थी चर्चा, 56 साल की उम्र में नि‍धन

कभी दुनिया भर में ऑक्टोमम के नाम से चर्चित हुई 56 साल की महिला की कैंसर से मौत हो गई. तीन दिन और तीन रातों में महिला ने आठ बच्‍चों को जन्‍म दिया था और आठों की उसकी गोद में ही मौत हो गई थी. ऑक्‍टोमम मैंडी ऑलवुड ने 26 साल पहले दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं थी जब उसने घोषणा की थी कि वह ऑक्टोप्‍लेट्स की उम्मीद कर रही है.

Vikrant Shekhawat : Feb 04, 2022, 04:50 PM
नई दिल्‍ली: कभी दुनिया भर में ऑक्टोमम के नाम से चर्चित हुई 56 साल की महिला की कैंसर से मौत हो गई. तीन दिन और तीन रातों में महिला ने आठ बच्‍चों को जन्‍म दिया था और आठों की उसकी गोद में ही मौत हो गई थी. 

26 साल पहले दुनिया भर में बटोरी थीं सुर्खियां 

The Sun की खबर के अनुसार, ऑक्‍टोमम मैंडी ऑलवुड ने 26 साल पहले दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं थी जब उसने घोषणा की थी कि वह ऑक्टोप्‍लेट्स  की उम्मीद कर रही है. 

तीन दिन और तीन रातों तक देती रही थीं बच्‍चों को जन्‍म 

दुनिया को उसके दुख के बारे में कुछ महीनों बाद पता चला कि उसने 24 सप्ताह के गर्भधारण के बाद 6 लड़कों और 2 लड़कियों को 3 दिन और 3 रातों में जन्म दिया लेकिन अफसोस की बात रही कि कोई भी बच्चा नहीं बचा. मैंडी को व्यक्तिगत रूप से ब्र‍िटेन की राजकुमारी प्रिंसेस डायना ने भी दिलासा दी थी.

इस विनाशकारी घटना के बाद उसका जीवन नियंत्रण से बाहर हो गया क्योंकि वह साथी पॉल हडसन से अलग हो गई और शराब की लत में डूब गई थी. उसके बाद उसके तीन बच्‍चे भी हुए लेकिन आठ बच्‍चों के खोने के गम से वह कभी बाहर नहीं निकल पाई. 

2007 के बाद अकेली रह गई थीं मैंडी 

मैंडी को नवंबर 2007 में रश ड्राइविंग के लिए गिरफ्तार किया गया था जबकि कार में उसके तीन बच्चे थे. बाद में उसने अपने बच्चों की कस्टडी भी खो दी थी. वह भी अपने परिवार से अलग हो गई. इसके बाद वह अकेली रह गई थी. एक दर्दनाक जीवन के दुखद अंत के समय उसके पास कोई नहीं था. उनका अंतिम संस्कार उनकी स्थानीय परिषद द्वारा वित्त पोषित एक सेवा में किया जाना था, जिसमें कोई भी शोक करने वाले मौजूद नहीं था. 

मैंडी ने अपने आठ बच्‍चों के रखे थे ये नाम 

मैंडी ने अपने खोए हुए ऑक्टोप्‍लेट्स के नाम किप्रोस, एडम, मार्टिन, कैसियस, नेल्सन, डोनाल्ड, किताली और लेने रखा था. उन सभी को छोटे-छोटे सफेद ताबूतों में दफनाया गया था. 

बाहों में मर रहे थे एक के बाद एक बच्‍चे 

दुखद मौतों के बारे में पूछे जाने पर मैंडी ने कहा था, “तीन दिन और तीन रातों में मैंने आठ बार बच्‍चों को जन्‍म दिया. मैंने उनमें से प्रत्येक को ढाई घंटे तक अपने पास रखा क्योंकि वे मेरी बाहों में मर रहे थे. यह बहुत घटिया था, सचमुच भयानक. जब मुझे लगा कि आखिरी आ रहा है तो मैंने कहा, ' हे भगवान, उनमें से कम से कम एक को जीवित रहने दो."

मैंडी दक्षिण लंदन के वेस्ट नॉरवुड कब्रिस्तान में अपने आठ बच्चों के लिए हर साल फूल बिछाती रही. उसने कहा था,“आप अपने छोटे लड़के या लड़की को कभी नहीं भूलेंगे लेकिन आप इसे बदल नहीं सकते."