Delhi Flood News / BJP-AAP में तू-तू मैं-मैं शुरू- यमुना उतरी पर राजनीति का पारा चढ़ा

राष्ट्रीय राजधानी मे यमुना का प्रकोप, जलस्तर के रूप में हर घंटे कम हो रहा है. बाढ़ के बादल दिल्ली की फिजाओं से छंट रहे हैं. अब राजनीतिक बयानों और आरोप-प्रत्यारोप की बारिश ने दिल्ली में बाढ़ का रूप ले लिया है. दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी, केंद्र सरकार की कमान संभालने वाली बीजेपी पर दिल्ली को डुबोने का आरोप मढ़ रही है. वहीं पलटवार में बीजेपी के नेता दिल्ली सरकार की नाकामयाबी और सुस्त तैयारी को लेकर सवाल

Vikrant Shekhawat : Jul 15, 2023, 02:10 PM
Delhi Flood News: राष्ट्रीय राजधानी मे यमुना का प्रकोप, जलस्तर के रूप में हर घंटे कम हो रहा है. बाढ़ के बादल दिल्ली की फिजाओं से छंट रहे हैं. अब राजनीतिक बयानों और आरोप-प्रत्यारोप की बारिश ने दिल्ली में बाढ़ का रूप ले लिया है. दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी, केंद्र सरकार की कमान संभालने वाली बीजेपी पर दिल्ली को डुबोने का आरोप मढ़ रही है. वहीं पलटवार में बीजेपी के नेता दिल्ली सरकार की नाकामयाबी और सुस्त तैयारी को लेकर सवाल उठा रहे हैं. न बयानों में हद देखी जा रही है और न ही इस आपदा के लिए दूसरे पक्ष को जिम्मेदार बताने में ही कोई कमी है.

यूं तो दिल्ली में उपराज्यपाल, बीजेपी और आम आदमी पार्टी की खटपट आम है. लेकिन जब दिल्ली में मानसूनी बादलों का बारिश बन कर गिरना शुरू हुआ तो यमुना का जलस्तर अपनी सभी सीमाएं लांघ गया. दुनियाभर में राजधानी का पर्याय माने जाने वाले लाल किले समेत दिल्ली के तमाम इलाकों में बाढ़ से हालात हो गए. गाड़ियां चलने की जगह बहने लगीं. सड़कें मानो नदी बन गईं. खाली इलाकों में इतना पानी भरा कि झील सा नजारा हो गया. आफत के इस दौर में एक-दूजे की तरफ पीठ कर के खड़े होने वाले ये दल साथ काम करने की बातें करने लगे. सेना को भी बुलाया गया.

हालात काबू तो राजनीति शुरू

अब हालात धीरे-धीरे काबू में आ रहे हैं तो इन दलों की राजनीतिक तल्खियां फिर सामने आने लगीं. गुरुवार की शाम यमुना का जलस्तर इतिहास के अपने सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गया था. शाम जैसे-जैसे रात के आगोश में जाती गई, वैसे-वैसे जलस्तर भी कम होता गया. शुक्रवार को जब दिल्ली वालों की आंख खुली तब तक यमुना का पानी उस डराने वाले जलस्तर से नीचे की तरफ आने लगा था. इसी दौरान आप-बनाम एलजी और आप बना बीजेपी की खींचतान का ब्रेक खत्म हो गया.

आगाज हुआ ITO के पास बिगड़े उस रेगुलेटर से, जिसके चलते इस इलाके में घुटनों तक यमुना का पानी घुस आया था. यहां दिल्ली के बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने तंज कसते हुए उपराज्यपाल के सामने कह दिया कि हमने कल रात को NDRF की मदद मांगी थी, अगर वो मिल जाती तो हालात इतने बुरे न होते. उपराज्यपाल ने इस दौरान जवाब दिया कि अभी हमें साथ काम करने की जरूरत है, लेकिन इसी के साथ तंज का जवाब देते हुए कह दिया कि कहने को तो वर्ना हमारे पास भी बहुत कुछ है.

AAP बोली- BJP ने दिल्ली को डुबोया

जब दिल्ली में बाढ़ के पानी को घुसने से रोकने के लिए प्रयास किए जा रहे थे तब संजय सिंह ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए दिल्ली की बाढ़ को केंद्र सरकार की साजिश बताया. उन्होंने बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये आरोप दोहराए और कहा कि कैनाल खाली पड़ी हैं और हथनी कुंड बैराज में सारा पानी जानबूझकर दिल्ली की तरफ छोड़ा जा रहा है. आरोपो का ये दौर अगले दिन भी बदस्तूर जारी रहा. दिल्ली को बाढ़ में डुबोने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार कहा गया तो पार्टी के कद्दावर नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP प्रमुख की IIT के इंजीनियर वाली डिग्री पर ही सवाल उठा दिया.

BJP ने केजरीवाल की डिग्री पर उठाया सवाल

शेखावत ने कहा कि IITपास इंजीनियर दूसरों पर सवाल उठाता है. उसकी डिग्री पर संदेह होता है. बैराज के पानी को रोका नहीं जाता है. वहां से सिर्फ रेगुलेट होता है. तीन लाख क्यूसेक पानी बह रहा था, इसको नहीं रोका जा सकता था. अपनी गलती का ठीकरा वो दूसरों पर फोड़ रहे हैं. इसी के साथ शेखावत ने संजय सिंह के आरोपों पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा जब खेत में पानी की जरूरत होती है तभी कैनाल में इसे भेजा जाता है. कैनाल से पानी अगर किसान नहीं लेते हैं तो वो वापस यमुना में ही रहता है. दिल्ली की सरकार ने वोट के लालच में यमुना के बेल्ट में लोगों को बसाया और उसी वजह से यही हालत बने हैं 

दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने तो बाढ़ के हालातों के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफा तक मांग लिया. वहीं एक और सांसद गौतम गंभीर ने इस बाढ़ के हालात के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर ही तैयार नहीं किया, इसलिए ये हालात बने.