विदेश / 1 जनवरी 2022 से अपना वीकेंड शनिवार और रविवार को शिफ्ट करेगा यूएई

यूएई सरकार 1 जनवरी 2022 से अपना वर्तमान कामकाजी सप्ताह (रविवार-गुरुवार) बदल देगी जिसके बाद शनिवार-रविवार को वीकेंड होगा। यूएई में अब सप्ताह में 4.5 दिन काम करना होगा जबकि शुक्रवार को हाफ डे और शनिवार-रविवार को छुट्टी होगी।। बकौल ब्लूमबर्ग, इस योजना से देश के निजी क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।

Vikrant Shekhawat : Dec 08, 2021, 10:02 AM
अबू धाबी: नौकरी करने वाले किसी भी कर्मचारी के लिए वीकऑफ सबसे सुकून देने वाला दिन होता है। किसी के नसीब में एक तो किसी के नसीब में दो ऑफ आते हैं। कर्मचारियों के लिए अलग-अलग देशों की अलग-अलग कंपनियों में अलग-अलग नियम हैं। लेकिन जरा सोचिए, आपको कैसे महसूस होगा अगर आपको हफ्ते में दो दिनों से ज्यादा का ऑफ मिले? संयुक्त अरब अमीरात अपने यहां यह व्यवस्था शुरू करने जा रहा है।

मंगलवार को यूएई ने घोषणा करते हुए कहा कि अब कर्मचारियों को हफ्ते में सिर्फ साढ़े चार दिन ही काम करना होगा। ढाई दिन के ऑफ की व्यवस्था 1 जनवरी 2022 से लागू होगी जिसके बाद कर्मचारियों का वीकएंड शुक्रवार दोपहर से शुरू होकर शनिवार और रविवार तक चलेगा। अभी तक यूएई में वीकएंड शुक्रवार और शनिवार को होता था जो अब शनिवार और रविवार को होगा। यूएई के मंत्रालय स्तर के कर्मचारी नए साल से साढ़े चार साल के हफ्ते को अपनाएंगे।

प्राइवेट कर्मचारियों का ऑफ कंपनी पर निर्भर

यह नियम प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों पर लागू होगा या नहीं, इसे लेकर फिलहाल कोई सूचना जारी नहीं की गई है। हालांकि प्राइवेट कंपनियां सरकारी विभागों की तर्ज पर अपने कार्य सप्ताह में बदलवा करने के लिए स्वतंत्र हैं। शुक्रवार को मुस्लिम कर्मचारी जुमे की नमाज अदा करते हैं। इसलिए ज्यादातर मुस्लिम देशों में इस दिन छुट्टी होती है। सरकार ने एक बयान जारी करते हुए वीकएंड में बदलाव को लेकर अपनी मंशा बताई है।

क्यों किया गया वीकएंड में बदलाव?

बयान में कहा गया है कि इससे उन देशों के साथ वित्तीय, व्यापार और आर्थिक लेन-देन सुनिश्चित किया जा सकेगा जहां शनिवार और रविवार को ऑफ होता है। इसका लाभ यूएई की हजारों कंपनियों को होगा। सरकारी बयान के मुताबिक शुक्रवार को कामकाज दोपहर 12 बजे तक ही चलेगा जिसके बाद कर्मचारी जुमे की नमाज अदा कर सकेंगे। यह बदलाव यूएई में जीवन को संतुलित करने के सरकार के प्रयासो का एक हिस्सा है।