Vikrant Shekhawat : Mar 28, 2022, 12:19 PM
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस से जंग में साथ न आने को लेकर नाटो और पश्चिमी देशों पर निशाना साधा है। पश्चिमी देशों पर भड़कते हुए जेलेंस्की ने कहा कि रूस से जंग में वह कायरता दिखा रहे हैं। इसके साथ ही यूक्रेन सरकार के एक इंटेलिजेंस अधिकारी ने कहा कि रूस उनके देश को कोरिया की तरह दो हिस्सों में बांटना चाहता है। जेलेंस्की ने नाटो देशों से अपील की है कि यदि वे अपने लड़ाकू विमानों के एक फीसदी की भी मदद उसे दें तो वह रूस से निपट सकेंगे। इस बीच रूस का कहना है कि उसका मुख्य डोनबास क्षेत्र पर अपना नियंत्रण स्थापित करना है। माना जा रहा है कि रूस अब युद्ध को खत्म करने पर विचार कर रहा है। लेकिन उसके डोनबास पर नियंत्रण के ऐलान से यूक्रेन के दो हिस्सों में बंट जाने का भी खतरा पैदा हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने भाषण में व्लादिमीर पुतिन को कसाई बताते हुए कहा था कि वह सत्ता में नहीं रह सकते हैं। उनके भाषण के ठीक बाद जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों को कायर बताते हुए कहा कि एक तरफ रूस की मिसाइलें आम नागरिकों की जानें ले रही हैं तो वही पश्चिम के देश सिर्फ बयान दे रहे हैं। जेलेंस्की ने कहा कि मैंने मारियुपोल में रूस से मुकाबला करने वाले सैनिकों से बात की है। उनका संकल्प कमजोर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह शहर अब तक के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है। इस दौरान वोलोदिमीर जेलेंस्की पश्चिमी देशों पर भड़कते दिखे। उन्होंने वीडियो स्पीच में कहा कि 31 दिनों से जो लोग हमारी मदद करने की बात कर रहे हैं क्या उनके पास 1 फीसदी भी साहस है। इसके साथ ही जेलेंस्की ने रूसी पत्रकारों से रविवार को कहा कि उनकी सरकार रूस को सुरक्षा गारंटी देने को तैयार है। इसमें यह भी शामिल है कि यूक्रेन परमाणु हथियारों से मुक्त रहेगा। यही नहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि वह नाटो से बाहर रहने पर विचार करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि एक बार यूक्रेन से रूस की सेनाएं बाहर निकल जाएंगी तो हम वोटिंग करा सकते हैं और यदि लोग नाटो से अलग रहने के पक्ष में मतदान करेंगे तो वही फैसला मान लिया जाएगा।