Russia-Ukraine War: रूस और नॉर्थ कोरिया की बढ़ती नज़दीकियों ने यूक्रेन के लिए चिंता बढ़ा दी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने नॉर्थ कोरिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें दावा किया गया है कि नॉर्थ कोरिया रूस की मदद के लिए न केवल हथियार भेज रहा है, बल्कि सैनिक भी यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में लड़ने के लिए भेज रहा है। यह आरोप ऐसे समय में आए हैं जब रूस-यूक्रेन युद्ध 960 दिन से जारी है और युद्ध के प्रभाव लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
जेलेंस्की के आरोप: रूस-नॉर्थ कोरिया गठबंधन
रविवार रात अपने वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने कहा, "रूस और नॉर्थ कोरिया के बीच संबंध लगातार गहरे होते जा रहे हैं। यह संबंध सिर्फ हथियारों की आपूर्ति तक सीमित नहीं हैं, बल्कि नॉर्थ कोरिया अपने सैनिकों को भी रूस की मिलिट्री फोर्स के साथ भेज रहा है।" यह आरोप जेलेंस्की के लिए और भी चिंता का विषय है, क्योंकि रूस-नॉर्थ कोरिया का यह गठबंधन यूक्रेन के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर सकता है।
दक्षिण कोरिया की चेतावनी
पिछले हफ्ते, दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री किम योंग ह्यून ने चेतावनी दी थी कि नॉर्थ कोरिया अपने सैनिकों को रूस की मदद के लिए युद्ध में भेज सकता है। इस आशंका को ध्यान में रखते हुए जेलेंस्की ने रूस और नॉर्थ कोरिया के इस बढ़ते सैन्य गठबंधन को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ठोस कदम उठाने की मांग की। जेलेंस्की ने कहा, "यूक्रेन और उसके सहयोगियों को इस गठबंधन के खिलाफ एक मजबूत जवाब देना चाहिए।"
रूस-यूक्रेन युद्ध की स्थिति
फरवरी 2022 से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन समेत NATO देशों ने यूक्रेन का समर्थन किया है। इन देशों ने यूक्रेन को बड़ी मात्रा में आर्थिक और सैन्य सहायता प्रदान की है, जिससे यूक्रेन अब तक रूस का मुकाबला कर पा रहा है। हालांकि, युद्ध का अंत कब और कैसे होगा, यह अभी भी अनिश्चित है। यूक्रेन को आशंका है कि रूस की ओर से किए जा रहे सैन्य प्रयासों में नॉर्थ कोरियाई सैनिकों की भागीदारी स्थिति को और जटिल बना सकती है।
रूस पर बढ़ता दबाव
जेलेंस्की ने अपने संदेश में कहा कि रूस पर अधिक दबाव डालने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "फ्रंट लाइन पर हमें अधिक सहयोग की आवश्यकता है। जब हम लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियारों की मांग करते हैं, तो इसका मतलब सिर्फ सैन्य उपकरण नहीं होते, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना होता है कि रूस पर ऐसा दबाव बनाया जाए जिसे वह सहन न कर सके।"
लंबी दूरी वाले हथियारों की मांग
जेलेंस्की लंबे समय से अपने सहयोगी देशों से मांग कर रहे हैं कि उन्हें लंबी दूरी की क्षमता वाले हथियार दिए जाएं, ताकि रूस के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा सके। हालांकि, इस मांग को अभी तक पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया गया है। जेलेंस्की का कहना है कि वह अपनी इस मांग को दोहराते रहेंगे, क्योंकि यह रूस के खिलाफ रणनीतिक बढ़त पाने का एक महत्वपूर्ण तरीका हो सकता है।
अमेरिका और सहयोगियों से सहयोग की उम्मीद
यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि युद्ध को रोकने और यूक्रेन को मजबूत बनाने के लिए उन्हें अपने सहयोगियों से और अधिक समर्थन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आने वाला पूरा हफ्ता यूक्रेन की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए समर्पित होगा। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अगले हफ्ते जर्मनी दौरे पर जाने की उम्मीद है। यह दौरा पहले फ्लोरिडा में आए मिल्टन तूफान के चलते टल गया था, लेकिन अब यह दौरा यूक्रेन के समर्थन के संदर्भ में महत्वपूर्ण होगा।
निष्कर्ष
रूस और नॉर्थ कोरिया के बीच बढ़ती सैन्य साझेदारी ने यूक्रेन के लिए नई चुनौतियां पैदा कर दी हैं। जहां एक तरफ यूक्रेन अपने सहयोगियों से ज्यादा सैन्य सहायता की मांग कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ नॉर्थ कोरिया द्वारा रूस की मदद करने के आरोप युद्ध को और लंबा और खतरनाक बना सकते हैं। यूक्रेन के लिए आने वाले दिन महत्वपूर्ण होंगे, जहां वह अपने सहयोगी देशों से समर्थन की अपेक्षा कर रहा है और रूस पर और अधिक दबाव बनाने की कोशिश करेगा।