Jansatta : Oct 14, 2019, 04:57 PM
अक्सर अपने बयानों के लेकर सुर्खियों में रहने वालीं मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने फिर से एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने हनीट्रैप में शामिल महिलाओं पर हुई कार्रवाई को जायज ठहराते हुए उनकी तरफदारी नहीं करनी की बात कही है। इमरती देवी ने कहा है कि जब तक महिला की गलती नहीं होती, तब तक पुरुष कोई गलती नहीं कर सकता। चाहें वह कोई गुंडा या मवाली क्यों न हो। उन्होंने यह बयान रविवार को इंदौर पहुंचने के बाद दिया।इमरती देवी ने कहा कि चाहे महिला हो या पुरुष, जिसकी गलती हो उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में गलती अक्सर महिलाओं की होती है। बावजूद इसके दोषी केवल पुरुषों को ही माना जाता है। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि अगर पुरुष को गलत तरीके से फंसाया जाता है, तो हमें ऐसा करने वाली महिलाओं का पक्ष बिल्कुल नहीं लेना चाहिए। इस तरह के मामलों में कार्रवाई सिर्फ पुरुष के खिलाफ ही नहीं बल्कि महिलाओं के खिलाफ भी होनी चाहिए।इमरती देवी इससे पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुकी हैं। कुछ ही दिनों पहले वह डॉक्टरों के तबादले पर दिए बयान को लेकर चर्चा में रहीं। उन्होंने कहा था कि डॉक्टरों के तबादले में पैसे लगते हैं, इसलिए उनका ट्रांसफर न कराकर सस्पेंड कर देते हैं। मामले में तूल पकड़ने के बाद इमरती देवी ने सफाई देते हुए कहा था कि ट्रांसफर में पैसे लगते हैं क्योंकि सरकार को कर्मचारियों के ट्रांसफर में टीए और डीए देने पड़ते हैं और उनके सामान को शिफ्ट कराने में ट्रक का खर्चा भी लगता है। मंत्री ने तब मीडिया पर उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया था।