उत्तर प्रदेश / यूपी में गायों के लिए शुरू होगी 24-घंटे ऐम्बुलेंस सेवा, 515 ऐम्बुलेंस तैयार: राज्य के मंत्री

उत्तर प्रदेश के मत्स्य पालन एवं पशुपालन मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने कहा है कि राज्य सरकार दिसंबर से गायों के लिए 24-घंटे ऐम्बुलेंस सेवा शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि 'अभिनव ऐम्बुलेंस' अभियान के तहत 515 ऐम्बुलेंस तैयार की गई हैं। बकौल मंत्री, फोन आने पर ऐम्बुलेंस एक पशु चिकित्सक व 2 सहायकों के साथ 15-20 मिनट में मौके पर पहुंचेगी।

Vikrant Shekhawat : Nov 15, 2021, 03:57 PM
लखनऊ: योगी सरकार राज्य में गायों को त्वरित चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए पुलिस की आपात हेल्पलाइन सेवा 'डायल 112' तर्ज पर 'अभिनव एंबुलेंस' सेवा शीघ्र शुरू करने जा रही है। यूपी के डेयरी, मत्स्य पालन एवं पशुपालन मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने बताया कि राज्यव्यापी स्तर पर इस सेवा को शुरू करने के लिए 515 एंबुलेंस तैयार कर ली गई हैं। प्रत्येक एंबुलेंस में एक पशु चिकित्सक और पशु चिकित्सा स्टाफ के दो सदस्य होंगे।

उन्होंने बताया कि यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी तथा इसके लिए लखनऊ में एक कॉल सेन्टर बनाया जाएगा। इस सेवा के लिए जो भी काल करेगा उसके पास 15 से 20 मिनट में एंबुलेंस पहुंच जाएगी। इस सेवा को अगले माह दिसंबर तक शुरू कर दिया जाएगा। मंत्री ने बताया कि गाय के नस्ल सुधार कार्यक्रम के अन्तर्गत पशुपालकों को तीन बार मुफ्त गर्भाधान कराने की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा गाय के शत प्रतिशत गर्भाधान को सुनिश्चित करने वाली अत्याधुनिक 'एब्रियो ट्रांसप्लांट' तकनीक को भी अमल लाये जाने की तैयारी है।

उन्होंने बताया कि बाराबंकी में इस तकनीक के सफल प्रयोग के बाद इस तकनीक को सभी जिलो में चालू किया जा रहा है। चौधरी ने कहा कि इसके अन्तर्गत एक गाय के उन्नत सीमेन से तैयार भ्रूण को 8-10 गायों में रख दिया जाता है। इसकी विशेषता यह है कि इससे गाय शतप्रतिशत गर्भवती होती है तथा इससे पैदा हुई बछिया कम से कम 20 किलो दूध देगी।  

उन्होंने कहा कि इस तकनीक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें 92 प्रतिशत बछिया पैदा होंगी। इससे किसान को आवारा जानवरों की समस्या से निजात मिल सकेगी। क्योंकि कोई किसान अधिक दूध देने वाली बछिया को खुला नहीं छोड़ सकेगा। मंत्री ने कहा कि पाइलट प्रोजेक्ट के रूप मे इस योजना को पहले मथुरा समेत आठ जिलों में शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि राज्य में गायों की सर्वाधिक संख्या मथुरा में है।