China-US / चीन की दादागिरी का आया अंत? हांगकांग पर अमेरिका ने दी ड्रैगन को कड़ी चेतावनी

पिछले लंबे समय से लगातार विवादों में रहने वाला चीन अब दुनियाभर में घिरता जा रहा है। दादागिरी दिखाने की कोशिश कर रहे चीन को अमेरिका ने हांगकांग के मसले पर कड़ी चेतावनी दी है। अमेरिका ने चीन से कहा है कि अगर उसने हांगकांग को “निगलने” की कोशिश की तो चुप नहीं बैठेगा। चीन ने एक दिन पहले ही कभी ब्रिटेन का क्षेत्र रहे हांगकांग में बेहद सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया है।

Live Hindustan : Jul 01, 2020, 07:34 PM
China-US: पिछले लंबे समय से लगातार विवादों में रहने वाला चीन अब दुनियाभर में घिरता जा रहा है। दादागिरी दिखाने की कोशिश कर रहे चीन को अमेरिका ने हांगकांग के मसले पर कड़ी चेतावनी दी है। अमेरिका ने चीन से कहा है कि अगर उसने हांगकांग को “निगलने” की कोशिश की तो चुप नहीं बैठेगा। चीन ने एक दिन पहले ही कभी ब्रिटेन का क्षेत्र रहे हांगकांग में बेहद सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया है। बेहद सख्त लहजे वाले एक बयान में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि यह हांगकांग के लोगों के लिए दुखद दिन है और चीन को नए प्रतिरोधी उपायों को लेकर चेतावनी भी दी जिनमें क्षेत्र को रक्षा और दोहरे इस्तेमाल वाली प्रौद्योगिकी के निर्यात को खत्म किया जाना शामिल है। 

हांगकांग में मंगलवार (30 जून) को अमल में आया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून स्थानीय और चीनी अधिकारियों की जांच, अभियोजन और असंतुष्टों को सजा देने की शक्तियों में नाटकीय रूप से बढ़ोतरी करता है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मंजूरी पा चुके इस कानून के तहत अलगाव, तोड़फोड़, आतंकवाद और विदेशी शक्तियों के साथ मिलीभगत अपराध है। ऐसे अपराध के दोषियों को आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।

चीन के कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए पोम्पियो ने कहा, “चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का हांगकांग पर बेहद क्रूर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने का फैसला इस क्षेत्र की स्वायत्तता और चीन की महान उपलब्धियों में से एक को नष्ट करता है।” ब्रिटिश शासन ने हांगकांग को चीन को सौंपे जाने की 23वीं वर्षगांठ पर कहा, “हांगकांग दुनिया को दिखाता है कि स्वतंत्र चीनी लोग क्या हासिल कर सकते हैं-दुनिया की सबसे सफल अर्थव्यवस्था और जीवंत समाज में से एक।”

उन्होंने कहा, लेकिन अपने ही लोगों की अकांक्षाओं से चीन के 'उन्माद और डर ने क्षेत्र की सफलता के आधार का मूल तत्व छीन लिया और 'एक राष्ट्र दो व्यवस्था को “एक राष्ट्र, एक व्यवस्था” में बदल दिया। अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने कहा, “आज हांगकांग के लोगों और समूचे चीन में आजादी पसंद लोगों के लिए दुखद दिन है।”

अमेरिकी विदेश मंत्री ने और क्या कहा?

पोम्पियो ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने हांगकांग के लोगों को 50 साल की स्वतंत्रता का वादा किया था और दिये उन्हें सिर्फ 23 साल। उन्होंने कहा कि बीते कुछ सालों में चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व व्यापार संगठन और संयुक्त राष्ट्र के साथ किये गए अपने समझौतों का भी उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा, “यह एक ऐसा प्रतिरूप है जिसकी दुनिया अनदेखी नहीं कर सकती।” पोम्पियों ने कहा कि अमेरिका “चीन द्वारा हांगकांग को अपने अधिनायकवादी तंत्र के जरिए निगले जाने के दौरान चुप नहीं रहेगा।” पोम्पियो ने कहा कि अमेरिका हांगकांग के आजादी पसंद लोगों के साथ खड़ा रहेगा।