अमेरिका / आई.एस.-के. के सदस्य पर यूएस ने ड्रोन स्ट्राइक की, काबुल धमाके के बाद की कार्रवाई

अमेरिकी सेना ने कहा है कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर किए गए धमाकों की ज़िम्मेदारी लेने वाले संगठन इस्लामिक स्टेट-खुरासान (आई.एस.-के.) के एक सदस्य पर शनिवार को उसने ड्रोन हमला किया। अमेरिकी सेना ने कहा, "शुरुआती संकेत हैं कि हमने टारगेट को मार गिराया। किसी नागरिक के हताहत होने की जानकारी नहीं है।" यह स्ट्राइक नांगरहार प्रांत में हुई है।

Vikrant Shekhawat : Aug 28, 2021, 10:16 AM
काबुल: अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर बम धमाकों से अमेरिका समेत दुनिया को दहलाने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के अब बुरे दिन शुरू हो गए हैं। काबुल एयरपोर्ट पर हुए धमाकों में अपने 13 जवानों को खोने के बाद अमेरिका कहां चुप बैठने वाला था। अब उसने आतंकियों से बदला लेना शुरू कर दिया है। काबुल हमले के एक दिन बाद ही अमेरिका ने अफगानिस्तान में आईएस के आतंकियों के खिलाफ एयरस्ट्राइक की है और हमले के प्लानर यानी साजिशकर्ता को मार गिराया है। इस तरह से अमेरिका ने काबुल ब्लास्ट के 48 घंटे के भीतर अपने 13 सैनिकों की मौत का बदला आईएसआईएस-के से ले लिया।

पेंटागन के मुताबिक, अमेरिका ने मानवरहित विमान के जरिए आईएस के ठिकाने पर ड्रोन से बमबारी कर काबुल आतंकी हमले के साजिशकर्ता को मार गिराया है। यूएस सेंट्रल कमांड के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह मानव रहित हवाई हमला अफगानिस्तान के नंगहर प्रांत में हुआ। प्रवक्ता ने कहा कि शुरुआती संकेत देते हैं कि टारगेट (काबुल हमले का साजिशकर्ता) को मार दिया गया है, जबकि कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ है।

बाइडेन ने जो कहा, वह किया

गौरतलब है कि गुरुवार को काबुल में हुए आत्मघाती हमलों में अमेरिकी नौसैनिक के 13 जवानों की मौत हो गई थी और करीब 169 से ्अधिक लोग घायल हो गए थे, जिनमें ज्यादातर अफगानी नागरिक थे। इसके बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आतंकियों को चेताया था कि वह इस काबुल ब्लास्ट का बदला जरूर लेंगे और ढूंढकर इस हमले के साजिशकर्ता को मार गिराएंगे। उन्होंने व्हाइट हाउस में भावुक होते हुए कहा था कि हम इस हमले को न भूलेंगे और न माफ करेंगे, ढूंढकर आतंकियों का शिकार करेंगे।

अमेरिकी दूतावास की चेतावनी

बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट एक और आतंकी हमले की चेतावनी दी थी। इतना ही नहीं, अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एक और एडवाइजरी जारी की थी और सुरक्षा कारणों से उन्हें तुरंत वहां से निकलने को कहा गया। अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों से काबुल एयरपोर्ट की यात्रा से बचने को कहा था। साथ ही कहा कि जो लोग अबे, ईस्ट, नॉर्थ और मिनिस्ट्री ऑफ इंटीरियर गेटों पर हैं, उन्हें तुरंत वहां से निकलना चाहिए।

काबुल में अमेरिकि दूतावास ने अपने वेबसाइट पर एक बयान जारी कर कहा, 'काबुल हवाई अड्डे पर सुरक्षा खतरों के कारण हम अमेरिकी नागरिकों को हवाईअड्डे की यात्रा से बचने और एयरपोर्ट के गेटों से दूर रहने की सलाह देना जारी रख रहे हैं। जो अमेरिकी नागरिक एबी गेट, ईस्ट गेट, नॉर्थ गेट या न्यू मिनिस्ट्री ऑफ इंटीरियर गेट पर हैं, उन्हें अब तुरंत वहां से निकल जाना चाहिए। बता दें कि काबुल हमले के पहले भी अमेरिकी दूतावास ने ऐसी ही चेतावनी जारी की थी। मगर यह लेटेस्ट चेतावनी ऐसे वक्त में है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की सुरक्षा टीम ने चेताया है कि काबुल में एक और आतंकी हमला हो सकता है। अमेरिकी प्रेसीडेंट को बताया गया है कि काबुल में एक और आतंकी हमला होने की आशंका है और इस वजह से अफगानिस्तान की राजधानी में एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी और बढ़ाई जा रही है।  

एक और धमाके का खतरा

आत्मघाती हमले से दहले काबुल एयरपोर्ट पर एक और धमाके का खतरा है। अमेरिका ने कहा कि आतंकी बड़ी साजिश रच रहे हैं। ब्रिटेन और स्वीडन ने भी हमले की आशंका जताई है। अमेरिकन ब्रॉडकास्ट कंपनी के मुताबिक, नॉर्थ गेट पर कार या रॉकेट धमाका हो सकता है। वहीं, खतरे की आशंका के बीच काबुल से 16 घंटे बाद शुक्रवार दोपहर 12 बजे से उड़ानें बहाल हो गईं।

हमले की आशंका कब:

अमेरिका ने कहा, विदेशी सैनिकों की वापसी की मंगलवार की समय सीमा से पहले और हमले होने की आशंका है। अमेरिकी केंद्रीय कमान के प्रमुख जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा कि आईएस के हमले रोकने पर काम कर रहे हैं। ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस ने कहा कि पश्चिमी देशों के सैनिकों के निकासी के अंतिम चरण में हमलों का खतरा बढ़ जाएगा। अमेरिका ने कहा कि अफगानिस्तान में वर्ष 2011 के बाद अमेरिकी बलों के लिए यह सबसे घातक दिन था।