देश / कमला हैरिस ने पीएम मोदी से मुलाकात में आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका पर की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएस दौरे के दौरान शुक्रवार को अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया, "बातचीत में जब आतंकवाद का मुद्दा आया तो उप-राष्ट्रपति ने खुद से इस संबंध में पाकिस्तान की भूमिका का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि वहां कुछ आतंकी संगठन सक्रिय हैं जिन पर पाकिस्तान कार्रवाई करे...।"

Vikrant Shekhawat : Sep 24, 2021, 09:48 AM
वाशिंगटन: अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस (US Vice President Kamala Harris) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ अपनी पहली मुलाकात के दौरान खुद आतंकवाद (Terrorism) में पाकिस्तान (Pakistan) की भूमिका का उल्लेख किया और कहा कि देश में आतंकवादी समूह काम कर रहे थे और इस्लामाबाद को कार्रवाई करने के लिए कहा गया, जिससे भारत (India) और अमेरिका (America) की सुरक्षा प्रभावित न हो. प्रधान मंत्री मोदी ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में उपराष्ट्रपति हैरिस के साथ बैठक की, जिसके दौरान उन्होंने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का फैसला किया और लोकतंत्र, अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत के खतरों सहित सामान्य हित के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. 

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी मुलाकात के दौरान आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का मुद्दा आया था तो उन्‍होंने कहा, "जब आतंकवाद का मुद्दा आया तो उपराष्ट्रपति ने स्‍वयं इस मामले (आतंकवाद के) में  पाकिस्तान की भूमिका का उल्लेख किया था." श्रृंगला के अनुसार, हैरिस ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी समूह काम कर रहे थे. 

श्रृंगला ने कहा, "उन्‍होंने पाकिस्तान से कार्रवाई करने के लिए कहा जिससे अमेरिकी और भारत की सुरक्षा प्रभावित न हो. वह सीमा पार आतंकवाद के तथ्य को लेकर प्रधानमंत्री से सहमत थीं और यह तथ्य है कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है और आतंकवादी समूहों के समर्थक के लिए पाकिस्तान पर नियंत्रण और बारीक निगाह रखने की जरूरत है."

हैरिस ने कहा कि लोकतंत्रों की रक्षा करना दोनों देशों का दायित्व है और यह दोनों देशों के लोगों के हित में है. 

हैरिस ने कहा, "चूंकि दुनिया भर के लोकतंत्र खतरे में हैं, इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि हम अपने देशों और दुनिया में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और संस्थानों की रक्षा करें. हम अपने देश में लोकतंत्रों को मजबूत करने के लिए जो करना चाहिए उसे बनाए रखें और यह देशों पर निर्भर करता है कि वे हमारे लोगों के सर्वोत्तम हित में लोकतंत्रों की रक्षा करें.”