बच्चे निकले सबसे आगे / तीन गुना तेजी से बढ़ा बच्चों का टीकाकरण, नौ दिन में 25 फीसदी को लगा टीका

कोरोना टीकाकरण को लेकर देश के बच्चों में सबसे अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है। आंकड़े बताते हैं कि 12 से 14 साल के बच्चों ने टीका लेने में किशोर से लेकर वयस्क, फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मचारियों तक को पीछे छोड़ दिया है। इन बच्चों में टीका के प्रति विश्वास इस कदर देखने को मिल रहा है कि नौ दिन के भीतर जहां देश ने 20 फीसदी लक्ष्य पूरा कर लिया।

Vikrant Shekhawat : Mar 26, 2022, 11:23 AM
कोरोना टीकाकरण को लेकर देश के बच्चों में सबसे अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है। आंकड़े बताते हैं कि 12 से 14 साल के बच्चों ने टीका लेने में किशोर से लेकर वयस्क, फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मचारियों तक को पीछे छोड़ दिया है। इन बच्चों में टीका के प्रति विश्वास इस कदर देखने को मिल रहा है कि नौ दिन के भीतर जहां देश ने 20 फीसदी लक्ष्य पूरा कर लिया। वहीं बीते चार दिन से देश में हो रहे टीकाकरण में हर दूसरी खुराक भी इन्हीं को मिल रही है। कोविन वेबसाइट पर ही अब तक इस आयु के एक करोड़ से ज्यादा बच्चों ने टीका लेने के लिए अपॉइंटमेंट लिया है जो कुल अनुमानित संख्या की तुलना में करीब 25 फीसदी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में 12 से 14 वर्ष की आयु वाले बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स टीका दिया जा रहा है जिसकी दो खुराक 28 दिन के अंतराल में लेनी जरूरी है। इन बच्चों का टीकाकरण बीते 16 मार्च से शुरू हुआ है। पहले तीन दिन 16 से 18 मार्च तक लगभग सभी राज्यों में बच्चों का टीकाकरण काफी सुस्त रहा। इसकी एक वजह होली का त्योहार भी माना जा रहा था लेकिन इसके बाद स्थिति एकदम से पलट गई।

आंकड़े बताते हैं कि पहले दिन 16 मार्च को 3.65 लाख बच्चों ने पहली खुराक ली थी। इसके बाद 17 को 5.81 और 18 मार्च को 2.53 लाख बच्चों ने खुराक ली। वहीं होली के ठीक बाद 19 मार्च को 5.50 लाख बच्चों का टीकाकरण हुआ, लेकिन 20 मार्च को रविवार अवकाश के चलते अधिकांश सरकारी केंद्र बंद होने की वजह से 48 हजार बच्चों को ही टीका लग पाया। हालांकि, इसके बाद टीकाकरण की रफ्तार तीन गुना तेजी से बढ़ी क्योंकि 21 मार्च को देश भर में 17.44 लाख बच्चों ने टीकाकरण कराया जो 19 मार्च की तुलना में करीब तीन गुना से भी अधिक है। 

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। देश में एक साल से भी अधिक समय से टीकाकरण चल रहा है। हालांकि उन्होंने बच्चों जैसा उत्साह अन्य किसी वर्ग के टीकाकरण में अब तक नहीं देखा है। इससे पहले 15 से 17 वर्ष के किशोरों का टीकाकरण शुरू हुआ था। उस दौरान किशोरों में काफी लगाव देखने को मिला लेकिन बच्चों का टीकाकरण उनसे भी काफी आगे निकल रहा है।

20 फीसदी लक्ष्य हुआ पूरा नौ दिन में

  • होली के बाद पांच से बढ़कर 20 लाख तक पहुंचा बच्चों का दैनिक टीकाकरण
  • 16 मार्च से अब तक एक करोड़ से भी ज्यादा बच्चों ने कराया पंजीयन
अगले महीने तक लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद

देश के अधिकांश राज्यों में जल्द ही नए शैक्षणिक सत्र के तहत स्कूल भी खुलने जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आगामी एक अप्रैल से स्कूल खुल रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी उम्मीद लगा रहे हैं कि अगले महीने के आखिर तक 12 से 14 वर्ष के बच्चों में एक खुराक का टीकाकरण कम से कम 90 फीसदी से अधिक या फिर 100 फीसदी का लक्ष्य हासिल कर लेगा।

कोरोना महामारी की लड़ाई में भारत की भूमिका काफी अहम रही है। इस दौरान भारत के मॉडल्स दुनिया के बाकी देशों के लिए काफी महत्वपूर्ण रहे। दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्त्रस्म भारत में देखने को मिल रहा है और तमाम चुनौतियों को पार करते हुए तय लक्ष्य के काफी नजदीक भी पहुंचा है। इसके लिए भारत बधाई का पात्र है। - यासुमासा किमुरा, उप प्रतिनिधि, यूनिसेफ

देश में उम्रवार टीकाकरण की स्थिति
उम्र (वर्ष में)कुल टीकाकरण
12-1492,63,449
15-179,32,96,977
18-441,06,15,93,456
45-6040,24,56,429
60 से अधिक25,43,69,178

12 से 14 वर्ष के बच्चों की अनुमानित संख्या
सालकुललड़कालड़की
12-132.341.211.13
13-142.361.221.14
(संख्या के आंकड़े करोड़ में)
नौ दिन में 25% को लगा टीका

कोरोना टीकाकरण को लेकर देश के बच्चों में सबसे अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है। आंकड़े बताते हैं कि 12 से 14 साल के बच्चों ने टीका लेने में किशोर से लेकर वयस्क, फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मियों तक को पीछे छोड़ दिया है। नौ दिन के भीतर बच्चों का कुल टीकाकरण 1.02 करोड़ के पार हो गया है। शुक्रवार शाम पांच बजे तक देश में 14 लाख से भी ज्यादा बच्चों ने टीके की पहली खुराक लेकर यह रिकॉर्ड बनाया है जो कुल लक्ष्य का 25 फीसदी है। वहीं बीते चार दिन से देश में हो रहे टीकाकरण में हर दूसरी खुराक भी इन्हीं को मिल रही है। कोविन वेबसाइट पर ही अब तक इस आयु के एक करोड़ से ज्यादा बच्चों ने पंजीयन कराया है, जो कुल अनुमानित संख्या की तुलना में करीब 25 फीसदी है।

होली के दिन भी ढाई लाख बच्चों ने लगवाया था टीका

आंकड़े बताते हैं कि 16 मार्च को 3.65 लाख बच्चों ने पहली खुराक ली थी। इसके बाद 17 को 5.81 और 18 मार्च को 2.53 लाख ने खुराक ली। वहीं, होली बाद 19 मार्च को 5.50 लाख बच्चों का टीकाकरण हुआ। 21 मार्च को देश भर में 17.44 लाख बच्चों ने टीकाकरण कराया जो 19 मार्च की तुलना में करीब तीन गुना से भी अधिक है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देश में अब तक 1.02 करोड़ से भी ज्यादा बच्चे टीका ले चुके हैं जो कि कुल अनुमानित आबादी का करीब 25 फीसदी है। देश में 12 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों की अनुमानित आबादी करीब 4.71 करोड़ है।

अगले महीने तक सभी बच्चों को मिल जाएगा सुरक्षा कवच

देश के अधिकांश राज्यों में जल्द ही नए शैक्षणिक सत्र के तहत स्कूल भी खुलने जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आगामी एक अप्रैल से स्कूल खुल रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी उम्मीद लगा रहे हैं कि अगले महीने के आखिर तक 12 से 14 वर्ष के बच्चों में एक खुराक का टीकाकरण कम से कम 90% से अधिक या फिर 100% का लक्ष्य हासिल कर लेगा।

देश में एक दिन में कोरोना के 1685 नये मामले, 83 की मौत

देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,685 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, 83 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामले घटकर 21,530 हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक कुल 4,24,78,087 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि कुल 4,30,16,372 मामले सामने आ चुके हैं। 5,16,755 मरीजों की मौत हो चुकी है। साथ ही दैनिक सक्रियता दर अब 0.24 फीसदी हो गई है।

Children came out at the forefront: vaccination of children increased three times faster, in nine days 25 percent got vaccinated