Delhi: कृषि बिल राज्यसभा में पास हो चुका ओर इस पर सभा में भारी हंगामा भी देखने को मिला था अब राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है। आखिर क्यों नहीं कराया मत विभाजन राज्यसभा के उप सभापति का कहना था कि विपक्ष के मत विभाजन की मांग को नहीं माना गया क्योंकि सदन में हंगामा होने के कारण व्यवस्था नहीं थी।
बयान में हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, 'मैं एक संवैधानिक पद पर हूं और इसलिए एक औपचारिक खंडन जारी नहीं कर सकता। मैं इन तथ्यों को आपके ध्यान में ला रहा हूं और इसे आपके निर्णय के लिए आपके विवेक पर छोड़ देता हूं।बयान में उप सभापति ने कहा, 'नियमों और चलन के अनुसार मत विभाजन के लिए दो चीज जरूरी हैं। पहला मत विभाजन की मांग की जानी चाहिए। दूसरा यह भी इतना ही महत्वपूर्ण रहता है कि सदन व्यवस्थित तरीके से चल रहा हो।
बयान में हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, 'मैं एक संवैधानिक पद पर हूं और इसलिए एक औपचारिक खंडन जारी नहीं कर सकता। मैं इन तथ्यों को आपके ध्यान में ला रहा हूं और इसे आपके निर्णय के लिए आपके विवेक पर छोड़ देता हूं।बयान में उप सभापति ने कहा, 'नियमों और चलन के अनुसार मत विभाजन के लिए दो चीज जरूरी हैं। पहला मत विभाजन की मांग की जानी चाहिए। दूसरा यह भी इतना ही महत्वपूर्ण रहता है कि सदन व्यवस्थित तरीके से चल रहा हो।