विशेष / पानी समझकर सैनिटाइजर पी गए BMC के अधिकारी, फिर हुआ कुछ ऐसा...वीडियो वायरल

बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के ज्वाइंट म्युनिसिपल कमिश्नर रमेश पवार (Ramesh Pawar) ने बुधवार (3 फरवरी) को गलती से पानी की जगह सैनिटाइजर (Sanitizer) पी लिया। दरअसल, बुधवार को रमेश पवार नगर निकाय का शिक्षा बजट पेश कर रहे थे तभी उन्हें प्यास लगी और उन्होंने सामने रखे सैनिटाइजर के बॉटल को पानी समझकर पी लिया।

Vikrant Shekhawat : Feb 03, 2021, 09:05 PM
मुंबई: बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के ज्वाइंट म्युनिसिपल कमिश्नर रमेश पवार (Ramesh Pawar) ने बुधवार (3 फरवरी) को गलती से पानी की जगह सैनिटाइजर (Sanitizer) पी लिया। दरअसल, बुधवार को रमेश पवार नगर निकाय का शिक्षा बजट पेश कर रहे थे तभी उन्हें प्यास लगी और उन्होंने सामने रखे सैनिटाइजर के बॉटल को पानी समझकर पी लिया। 

हालांकि, उन्हें तुरंत अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने सैनिटाइजर बाहर उगल दिया। यह घटना महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के एक गांव में पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान 12 बच्चों द्वारा सैनिटाइजर पीने की घटना के तीन दिन बाद सामने आई है। 

घटना के बाद रमेश पवार ने कहा, 'मैंने सोचा कि अपना भाषण शुरू करने से पहले मुझे पानी पीना चाहिए इसलिए मैंने बोतल उठाई और पीने लगा। मेरे सामने रखीं पानी और सैनिटाइटर की बोतलें एक जैसी थीं। इसलिए ऐसा हुआ। जैसे ही मैंने इसे पिया, मुझे गलती का अहसास हुआ और मैंने इसे उगल दिया।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वीडियो में अधिकारी बोतल खोलते और सैनिटाइजर पीते नजर आ रहे हैं। जैसे ही उन्होंने सैनिटाइजर की एक घूंट पी पीछे खड़े और उनके साथ बैठे लोगों ने उन्हें रोका। हालांकि तब तक उन्हें अपनी गलती का अहसास हो चुका था। उन्होंने तुरंत सैनिटाइजर को उगल दिया। 

बच्चों को पोलियो की जगह पिला दिया सैनिटाइजर

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के एक गांव में 12 बच्चों को पोलियो की बूंदों के स्थान पर सैनेटाइजर के ड्रॉप दे दिए गए। एक अधिकारी ने सोमवार (1 फरवरी) को इस बारे में बताया। जिले के एक अधिकारी ने कहा कि प्रभावित बच्चों को एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर है। सभी बच्चों की उम्र पांच साल से कम थी। तीन स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ इस तरह की चूक के लिए कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना कापसिकोपरी गांव में भानबोरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुई जहां एक से पांच साल के बच्चों के लिए राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।