अमेरिका / अमेरिकी नौसेना के जहाज़ के ऊपर 2019 में देखे गए थे 14 यूएफओ; वीडियो किया गया जारी

यूएफओ के वीडियो बनाने वाले एक शख्स ने रडार की फुटेज वाली 2 साल पुरानी वीडियो क्लिप शेयर की है। इसमें सैन डिएगो तट पर अमेरिकी नौसेना के एक जहाज़ के ऊपर से कम-से-कम 14 अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट (यूएफओ) दिख रहे हैं। 2019 में यूएसएस रसेल के ऊपर दिखे यूएफओ के शख्स के वीडियो को नौसेना ने सही बताया है।

Vikrant Shekhawat : May 29, 2021, 04:15 PM
वॉशिंगटन: इजरायल की खुफिया एजेंसी का नाम है मोसाद। जिसके पूर्व प्रमुख हैम इशद ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा था कि अमेरिकन वैज्ञानिकों ने एलियंस से संपर्क साथ लिया है और मोसाद के पूर्व चीफ के बयान पर अमेरिका ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। लेकिन, अब अमेरिकन नेवी ने कहा है कि प्रशांत महासागर में यूएफओ के बड़े झुंड ने यूएस नेवी को घेर लिया था। अमेरिकी नेवी ने कहा है कि 2019 में एयरक्राफ्ट यूएसएस ओमाहा को 14 एलियंस के विमानों ने घेर लिया था। यूएस नेवी ने पहली बार माना है कि यूएफओ ने ना सिर्फ एयरक्राफ्ट विमान को घेर लिया था बल्कि रडार में सभी 14 यूएफओ के संकेत साफ मिल रहे थे। यूएस नेवी ने जब खुलासा किया है तब अमेरिकी वायुसेना ने भी खुलासा कर दिया है कि उसके विमान को यूएफओ ने आसमान में रोक दिया था और यूएफओ के खिलाफ वो कुछ नहीं कर पा रहे थे।

प्रशांत महासागर की घटना

यूएस नेवी द्वारा जारी वीडियो 2 साल पहले प्रशांत महासागर का है, जब यूएस नेवी के रडार ने एक साथ 14 यूएफओ के कैप्चर किया था। यूएस नेवी के मुताबिक 2 साल पहले सैन डिएगो के तट से दूर प्रशांत महासागर में अज्ञात उड़ने वाली वस्तु को उड़ते हुए यूएस नेवी के रडार ने कैप्चर किया था। यूएस नेवी के मुताबिक कम से कम 14 उड़नतश्तरियों ने यूएस नेवी को चारों तरफ से घेरा हुआ था और वो लगातार उड़ान भर रहे थे। रडार में इन उड़नतश्तरियों की रफ्तार 160 मील प्रति घंटे मापी गई थी। 14 उड़नतश्तरियों ने मिलकर यूएस नेवी के लड़ाकू जहाज को घेर रखा था। अमेरिका के मशहूर फिल्म मेकर जिमी कॉरबेल ने वीडियो को रिलीज किया है, जिसमें यूएसनेवी के रडार में 14 यूएफओ देखे जा रहे हैं। इस वीडियो फूटेज को यूएस नेवी ने जुलाई 2019 में रिकॉर्ड किया था। गुरुवार को एक बार फिर से जिमी कॉरबेल ने एक वीडियो रिलीज किया है, जिसमें मिलिट्री रडार में यूएफओ दिख रहे हैं।

यूएफओ वाले वीडियो में क्या है ?

अमेरिकन न्यूज वेबसाइट मिस्ट्री वायर के मुताबिक यूएस नेवी वॉरशिप को 14 यूएफओ ने एक गोले की तरह चारों तरफ से घेर कर रखा था। यूएस नेवी के अधिकारी दो अलग अलग रडार सिस्टम से यूएफओ की स्पीड को चेक कर रहे थे। रडार में एक यूएफओ की स्पीड 138 नॉट यानि 158 मील प्रति घंटे की रफ्तार मापी गई। जिसे देखकर यूएस नेवी का जवान कहता है 'होली.. इनकी स्पीड को काफी ज्यादा है।' फिर वो सैनिक कहता है 'अरे ये फिर से मुड़ गया है'। वहीं इस वीडियो को लेकर फिल्म मेकर कॉरबेल ने कहा है कि मैंने एक अज्ञात सोर्स से इस वीडियो को प्राप्त किया है। हालांकि, यूएस नेवी को इससे ज्यादा कुछ भी पता नहीं चल पाया। ये यूएफओ कहां से आये थे और कहां चले गये, इसको लेकर यूएस नेवी कुछ भी जान नहीं पाई है। वहीं, कॉरबेल ने मिस्ट्री वायर वेबसाइट को बताया कि 'यूएसएस ओमाहा उन 9 वॉर शिप्स में से एक है, जिन्होंने जुलाई 2019 में यूएफओ को कैप्चर किया था।

अमेरिका के लिए खतरा ?

यूएस नेवी के लेफ्टिनेंट रॉयन ग्रेव्स ने यूएफओ को अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। 16 मई को अपने इंटरव्यू के दौरान यूएस नेवी के पूर्व लेफ्टिनेंट ने कहा था कि 'मैंने अपने साथियों के साथ यूएफओ को सैकड़ों बार देखा है, जो सुरक्षित किए गये एयर स्पेस के बीच 2015 से 2017 के बीच देखे गये हैं'। पायलट ने ये तस्वीरें मार्च 2019 में कोस्ट ऑफ ओसियाना में ली थी, जिसमें तीनों यूएफओ पिरामिड के आकार के दिखाई दे रहे थे। पायलट ने दावा किया था कि जब वो इन उड़नतस्तरियों की तस्वीरें ले रहा था उस वक्त काफी तेज हवा चल रही थी बावजूद इसके तीनों यूएफओ हवा में पूरी तरह से स्थिर थे और उनमें कोई हलचल नहीं हो रही थी। पायलट के मुताबिक हवा में इतनी ऊंचाई पर किसी ड्रोन या बैलून या किसी और ऑब्जेक्ट का पूरी तरह से स्थिर रहना मुमकिन नहीं है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सुसान गफ ने फॉक्स न्यूज से बात करते हुए कहा है कि ‘मैं अमेरिकन नेवी द्वारा लिए गये वीडियो और तस्वीरों की पुष्टि करता हूं और हम इसको लेकर अभी भी जांच कर रहे हैं'। उन्होंने आगे कहा कि ‘अमेरिकी रक्षा मंत्रालय द्वारा बनाए गये अनआइडेंटिफाइड एरियल फेनोमेना टास्क फोर्स ने तीनों वीडियो को आगे की जांच के लिए ले लिया है'।

‘पहली बार देख रही है दुनिया’

अमेरिकी आकाश में यूएफओ होने का ये वीडियो और इसकी तस्वीरें सबसे पहले अमेरिकी फिल्ममेकर जर्मी कॉरबेल को लीक किया गया था। जिन्होंने इसे लेकर एक डॉक्यूमेंन्ट्री बनाई है, जिसका नाम ‘Bob Lazer: Area 51 & flying saucers' है। जर्मी कॉरबेल ने फॉक्स न्यूज को बताया है कि ये वीडियो अमेरिकी आकाश में उड़ने वाले यूएफओ के हैं और इतनी नजदीक से पहली बार हमने यूएफओ को देखा है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया है कि दुनिया ने भी अब तक यूएफओ की ऐसी तस्वीरों को नहीं देखा होगा। उन्होंने कहा कि ‘ये वीडियो एक एक्सप्लोसिव इन्फॉर्मेशन है और शायद मिलिट्री के द्वारा रिकॉर्ड किया गया बेस्ट वीडियो है जिसे दुनिया पहली बार देखेगी'।

बेहद उन्नत है टेक्नोलॉजी

अमेरिकन नेवी ने दावा किया है कि यूएसएस ओमाहा एयरक्राफ्ट के ऊपर दिखाई देने वाला यूएफओ गोलाकार आकार का था और वो समंदर के ऊपर मंडरा रहा था। लेकिन, सबसे हैरानी की बात ये है बिना बर्बाद हुए वो यूएफओ अचानक समंदर में गायब हो गया। अमेरिकन नेवी ने मौके पर जाकर यूएफओ को खोजने की काफी कोशिश की लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चल सका। अमेरिकन फिल्म मेकर कॉर्बेल ने अमेरिकन नेवी के इस वीडियो को लेकर कहा है कि ‘एक एक अविश्वसनीय टेक्नोलॉजी का नमूना है। और जो भी इस टेक्नोलॉजी को ऑपरेट कर रहे हैं, या फिर जिनके पास भी ऐसी टेक्नोलॉजी है, वो हमसे यानि हमारी धरती पर बनी टेक्नोलॉजी से काफी ज्यादा आगे और एडवांस हैं। और अमेरिका के साथ साथ पूरी दुनिया के लिए ये एक खतरे की बात है। हमें इन यूएफओ के स्रोत से लेकर इनके बारे में हर जानकारी हासिल करनी ही होगी, हमें किसी भी हालत में इनका मकसद जानना ही होगा'।