News18 : Jul 10, 2020, 02:52 PM
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) को यूपी एसटीएफ (UP STF) ने शुक्रवार सुबह मार गिराया। कानपुर मुठभेड़ (Kanpur Encounter) में ढेर गैंगस्टर विकास दुबे का पोस्टमार्टम से पहले कोरोना टेस्ट कराया गया। जहां उसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जानकारी के मुताबिक, डॉक्टरों की एक टीम ने विकास दुबे के शरीर से सैंपल लिए थे। वहीं वीडियोग्राफी के साथ डॉक्टरों की एक टीम उसका पोस्टमार्टम कर रही है। पोस्टमार्टम से पहले शरीर में फंसी गोलियों का पता लगाने के लिए विकास दुबे के शव को एक्सरे के लिए भेजा गया था।यूपी के ए़डीजी कानून एवं व्यवस्था (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान 3 सब-इंस्पेक्टर, 1 कांस्टेबल और 2 एसटीएफ कमांडो घायल हुए हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के मुताबिक कानपुर मुठभेड़ में कुल 21 अभियुक्त नामजद थे और 60 से 70 अन्य अभियुक्त थे। इस मामले में अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 6 आरोपी मारे गए, 7 लोगों को जेल भेजा गया, वहीं 12 वांछित अपराधी अभी भी फरार हैं।उज्जैन से गिरफ्तार हुआ था विकास दुबेयूपी का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तार किया गया था। मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे यूपी पुलिस को सौंप दिया था। उसे सड़क मार्ग से यूपी एसटीएफ की टीम कानपुर ला रही थी। इससे पहले उज्जैन के महाकाल मंदिर में गुरुवार को एक व्यक्ति ने खुद को यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे बताने लगा था। बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर परिसर में पहुंच कर यह शख्स चिल्ला-चिल्ला कर ख़ुद को विकास दुबे बता रहा था। उसे फौरन मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्ड ने पकड़ लिया और पुलिस को इसकी सूचना दी थी।बता दें कि 2 जुलाई की रात विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर हमला किया था। इस हमले में क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद विकास दुबे अपने गुर्गों के साथ फरार हो गया था। 9 जुलाई को ही उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर से विकास दुबे को पकड़ लिया गया। उसे कानपुर पुलिस और एसटीएफ की टीम कानपुर ला रही थी, तभी गाड़ी पलट गई और विकास दुबे हथियार छीनकर भागने लगा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे भी मारा गया है।