News18 : Jul 10, 2020, 02:27 PM
कानपुर। उत्तर प्रदेश के पुलिस के 8 जवानों का एनकाउंटर करने का मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह को कानपुर के पास ही मारा गया। यूपी एसटीएफ की गाड़ी पलटने के बाद उसने जवान की पिस्टल लेकर भागने की कोशिश की थी। उसे सरेंडर करने को कहा गया था, लेकिन उसने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी थीं। जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया था।
इसके बाद विकास दुबे के शव को हैलट अस्पताल लाया गया, जहां उसका पोस्टमॉर्टम हुआ। अब खबर है कि दुर्दांत गैंगस्टर विकास दुबे के परिजनों ने शव को लेने से इनकार कर दिया है। विकास के परिजन पोस्टमॉर्टम हाउस भी नहीं पहुंचे।इससे पहले यूपी पुलिस ने विकास दुबे की पत्नी ऋचा से पुलिस लाइन में घंटों पूछताछ की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिकरू एनकाउंटर में उनकी कोई भूमिका न पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया। उनके साथ उनका नाबालिग बेटा भी था।डॉक्टर बोले- सीने में लगी हैं 3 गोलियांमेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर आरबी कमल ने बताया कि गैंगस्टर विकास दुबे के सीने में तीन गोलियां लगी हैं, जबकि एक गोली उसके हाथ में लगी थी। उन्होंने बताया कि उसे मृत अवस्था में हॉस्पिटल लाया गया था। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी की कोरोना टेस्ट के लिए विकास दुबे का सैंपल भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर बाद में इसकी जानकारी दी जाएगी। डॉक्टर कमल के मुताबिक, दो पुलिसवालों को भी गोलियां लगी हैं। उन्हें मल्टीपल इंजरीज हैं और उनका बीपी भी डाउन है। हालांकि, दोनों पुलिसकर्मियों की स्थिति स्थिर है।'पुलिस ने किया साहसिक काम'विकास दुबे के एनकाउंटर पर IG मोहित अग्रवाल ने बताया कि मोस्ट वांटेड गैंगस्टर की गाड़ी नहीं बदली गई थी। उज्जैन से उसे एक ही गाड़ी में लाया गया था। वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि गैंगस्टर का इसी गाड़ी में एक्सीडेंट हुआ था। विकास दुबे के एनकाउंटर पर आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि कानपुर पुलिस ने बहुत ही साहसिक काम किया है। उन्होंने नजीर पेश किया है। दूसरी तरफ, विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद उत्तर प्रदेश में गतिविधियां बढ़ गई हैं। जानकारी के मुताबिक, DGP हितेश चंद्र अवस्थी को सीएम आवास पर बुलाया गया है। डीजीपी अपने आवास से निकलते वक्त मीडिया से बात करने से परहेज किया। प्रदेश के गृह सचिव अवनीश अवस्थी पहले से ही सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर मौजूद हैं।
इसके बाद विकास दुबे के शव को हैलट अस्पताल लाया गया, जहां उसका पोस्टमॉर्टम हुआ। अब खबर है कि दुर्दांत गैंगस्टर विकास दुबे के परिजनों ने शव को लेने से इनकार कर दिया है। विकास के परिजन पोस्टमॉर्टम हाउस भी नहीं पहुंचे।इससे पहले यूपी पुलिस ने विकास दुबे की पत्नी ऋचा से पुलिस लाइन में घंटों पूछताछ की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिकरू एनकाउंटर में उनकी कोई भूमिका न पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया। उनके साथ उनका नाबालिग बेटा भी था।डॉक्टर बोले- सीने में लगी हैं 3 गोलियांमेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर आरबी कमल ने बताया कि गैंगस्टर विकास दुबे के सीने में तीन गोलियां लगी हैं, जबकि एक गोली उसके हाथ में लगी थी। उन्होंने बताया कि उसे मृत अवस्था में हॉस्पिटल लाया गया था। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी की कोरोना टेस्ट के लिए विकास दुबे का सैंपल भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर बाद में इसकी जानकारी दी जाएगी। डॉक्टर कमल के मुताबिक, दो पुलिसवालों को भी गोलियां लगी हैं। उन्हें मल्टीपल इंजरीज हैं और उनका बीपी भी डाउन है। हालांकि, दोनों पुलिसकर्मियों की स्थिति स्थिर है।'पुलिस ने किया साहसिक काम'विकास दुबे के एनकाउंटर पर IG मोहित अग्रवाल ने बताया कि मोस्ट वांटेड गैंगस्टर की गाड़ी नहीं बदली गई थी। उज्जैन से उसे एक ही गाड़ी में लाया गया था। वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि गैंगस्टर का इसी गाड़ी में एक्सीडेंट हुआ था। विकास दुबे के एनकाउंटर पर आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि कानपुर पुलिस ने बहुत ही साहसिक काम किया है। उन्होंने नजीर पेश किया है। दूसरी तरफ, विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद उत्तर प्रदेश में गतिविधियां बढ़ गई हैं। जानकारी के मुताबिक, DGP हितेश चंद्र अवस्थी को सीएम आवास पर बुलाया गया है। डीजीपी अपने आवास से निकलते वक्त मीडिया से बात करने से परहेज किया। प्रदेश के गृह सचिव अवनीश अवस्थी पहले से ही सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर मौजूद हैं।