Vikrant Shekhawat : May 22, 2021, 11:45 AM
पश्चिमी अफ्रीका में एक हाथी के हुडदंग से लोग इतने ज्यादा गुस्से में भर गए कि पहले तो इस हाथी को मार डाला गया और फिर गांव के लोगों ने इस विशालकाय हाथी को खा लिया। बता दें कि ये हाथी पश्चिमी अफ्रीका में बेनिन के नेशनल वाइल्ड लाइफ पार्क से भाग गया था और नेशनल पार्क से भागने के बाद कांदी नाम के क्षेत्र में घूम रहा था
ये हाथी मार्च के महीने से ही इस क्षेत्र के आसपास के गांवों में काफी एक्टिव था। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हाथी ने सबसे पहले एक महिला को अपना निशाना बनाया था। इसके बाद उसने गांव के कई लोगों को घायल किया था। इसके बाद से ही स्थानीय लोग इस हाथी को लेकर काफी ज्यादा गुस्से में थे।कई लोगों ने इस हाथी को खत्म करने की या इसे वापस नेशनल पार्क भेजने की गुजारिश अधिकारियों से की थी लेकिन उनकी बात पर खास ध्यान नहीं दिया गया था। इसके एक महीने बाद इसने सोनसोरो नाम के क्षेत्र में दो लोगों को मार डाला था।इसके बाद से ही प्रशासन गंभीर हुआ और दक्षिण अफ्रीका के एनजीओ अफ्रीकन पार्क रेंजर्स ने इस हाथी की तलाश करनी शुरू कर दी थी। 27 अप्रैल को रेंजर्स ने बताया कि इस हाथी को मारा जा चुका है। इसके बाद रेंजर्स के कर्मचारियों ने इस हाथी की चीर-फाड़ की और इसके मीट को स्थानीय लोगों में बांट दिया था। सोशल मीडिया पर लोगों की तस्वीर वायरल हो रही थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, रेंजर्स को ना चाहते हुए भी इस हाथी को मारना पड़ा क्योंकि ये स्थानीय लोगों के लिए काफी बड़ा खतरा बन चुका था। फ्रांस 24 के साथ बातचीत में फॉरेस्ट्री कैप्टन डेविड आयेगनन ने कहा कि इस हाथी को अलीबोरी नदी के पास मारा गया था। हम रेंजर्स का काम पर्यावरण को बचाना होता है लेकिन हम स्थानीय लोगों की वजह से काफी दबाव में थे। हमारी जानवरों को मारने में कोई दिलचस्पी नहीं है। ये हाथी इतना हिंसक हो चुका था कि इसे वापस नैचुरल पार्क में भेजने में काफी दिक्कतें पेश आ रही थीं। इसके अलावा उसे ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी।
ये हाथी मार्च के महीने से ही इस क्षेत्र के आसपास के गांवों में काफी एक्टिव था। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हाथी ने सबसे पहले एक महिला को अपना निशाना बनाया था। इसके बाद उसने गांव के कई लोगों को घायल किया था। इसके बाद से ही स्थानीय लोग इस हाथी को लेकर काफी ज्यादा गुस्से में थे।कई लोगों ने इस हाथी को खत्म करने की या इसे वापस नेशनल पार्क भेजने की गुजारिश अधिकारियों से की थी लेकिन उनकी बात पर खास ध्यान नहीं दिया गया था। इसके एक महीने बाद इसने सोनसोरो नाम के क्षेत्र में दो लोगों को मार डाला था।इसके बाद से ही प्रशासन गंभीर हुआ और दक्षिण अफ्रीका के एनजीओ अफ्रीकन पार्क रेंजर्स ने इस हाथी की तलाश करनी शुरू कर दी थी। 27 अप्रैल को रेंजर्स ने बताया कि इस हाथी को मारा जा चुका है। इसके बाद रेंजर्स के कर्मचारियों ने इस हाथी की चीर-फाड़ की और इसके मीट को स्थानीय लोगों में बांट दिया था। सोशल मीडिया पर लोगों की तस्वीर वायरल हो रही थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, रेंजर्स को ना चाहते हुए भी इस हाथी को मारना पड़ा क्योंकि ये स्थानीय लोगों के लिए काफी बड़ा खतरा बन चुका था। फ्रांस 24 के साथ बातचीत में फॉरेस्ट्री कैप्टन डेविड आयेगनन ने कहा कि इस हाथी को अलीबोरी नदी के पास मारा गया था। हम रेंजर्स का काम पर्यावरण को बचाना होता है लेकिन हम स्थानीय लोगों की वजह से काफी दबाव में थे। हमारी जानवरों को मारने में कोई दिलचस्पी नहीं है। ये हाथी इतना हिंसक हो चुका था कि इसे वापस नैचुरल पार्क में भेजने में काफी दिक्कतें पेश आ रही थीं। इसके अलावा उसे ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी।