Cricket Country : Jul 12, 2019, 09:39 AM
उन्होंने कहा, ‘‘यह सचमुच उचित बात है। आप नहीं जानते कि कब यह लागू हो जाए।’’भारतीय कप्तान ने हालांकि स्वीकार किया कि सेमीफाइनल प्रारूप का अपना ही मजा है क्योंकि इससे टूर्नामेंट में टीम का पिछला प्रदर्शन मायने नहीं रहता।उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि यह चुनौती है और इन मैचों का अपना ही अलग तरह का मजा है क्योंकि आपका उसी दिन का खेल मायने रखता है। आप इससे पहले कैसा खेले हो यह मायने नहीं रखता। नया दिन होता है, नई शुरुआत और अगर आप अच्छा नहीं करते तो आप घर जाओ।’’उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए आपको स्वीकार करना होता है। सभी टीमों के पास अलग तरह की चुनौती होती है और उन्हें अपने खेल में शीर्ष पर होना चाहिए और जो भी ऐसा करता है उसके हक में नतीजा होता है, जैसा कि आज आपने देखा।’’कोहली ने स्वीकार किया कि भारत ने 240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले 45 मिनट में ही मैच गंवा दिया था, जिससे करोड़ों दर्शकों की उम्मीदें टूट गई थीं जबकि टीम लीग चरण में शीर्ष पर रही थी।यह पूछने पर कि क्या भविष्य में आईपीएल की शैली का प्लेऑफ विकल्प होना चाहिए तो कोहली ने कहा, ‘‘कौन जानता है कि भविष्य में शायद ऐसा हो जाए। अगर तालिका में शीर्ष पर रहना मायने रखता है तो मुझे लगता है कि टूर्नामेंट के स्तर को देखते हुए इन चीजों पर विचार किया जा सकता है।’’आईसीसी विश्व कप में शानदार खेल दिखाने वाली भारतीय क्रिकेट टीम सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इस हार के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली काफी निराश हैं और उन्होंने आईसीसी को एक सुझाव दिया है।प्रबल दावेदार टीमों ने सेमीफाइनल में जगह बनाई लेकिन मैच के दिन खराब प्रदर्शन से भारत की विश्व कप उम्मीद टूट गई। कोहली ने आईसीसी को भविष्य में नॉकआउट चरण में आईपीएल शैली का प्लेऑफ लाने का सुझाव दिया।