Vikrant Shekhawat : Apr 10, 2021, 12:06 PM
सेंट विंसेंट। कैरेबियाई द्वीप सेंट विंसेंट (St Vincent) पर दशकों से निष्क्रिय पड़े ला सॉफरीयर ज्वालामुखी (Volcano) में धमाका हो गया। शुक्रवार को हुई यह घटना इतनी भायनक थी की आसपास के क्षेत्र में राख का बारिश सी हो गई। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि स्थानीय लोगों को भागकर अन्य स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। हालांकि, सरकार ने भी उन्हें क्षेत्र खाली करने और सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा था।
सेंट विंसेंट और द ग्रेनेडाइंस की सबसे ऊंची चोटी माने जाने वाले ला सॉफरियर में कई शक्तिशाली धमाके हुए। ज्वालामुखी में हुआ इस धमाके की वजह से गर्म राख और धुआं हवा में 6 हजार मीटर की ऊंचाई तक फैल गए। यह जानकारी स्थानीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने दी है। यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्ट सीजमिक रिसर्च सेंटर ने कहा कि इसके बाद शुक्रवार दोपहर हुए एक अन्य धमाके में 4 हजार मीटर की ऊंचाई पर राख के बादल जम गए।
नेशनल इमरजेंसी मैनेजमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने ट्विटर पर कहा 'रेड और ऑरेंज जोन में मौजूद लोगों को बाहर निकाला जाना जारी है। ज्यादा राख गिरने की वजह से प्रक्रिया कुछ हद तक प्रभावित हुई है, क्यों यहां द्रश्यता काफी ज्यादा खराब है।' मामले से जुड़े कई वीडियो सामने आ रहे हैं। जिनमें नजर आ रहा है कि लोग अपना सामान लेकर सड़कों पर निकल रहे हैं। एक दूसरे वीडियो में एक युवक कहता हुआ नजर आ रहा है कि लोगों के घरों पर पत्थर गिर रहे हैं।प्रधानमंत्री राल्फ गोंजाल्वेस ने नेशनल रेडियो के जरिए लोगों से इलाके से हटने की अपील की है। उन्होंने लोगों से ज्वालामुखी के रेड जोन को छोड़ने की बात कही है। साथ ही यह जानकारी भी दी गई है कि इलाके बचकर बाहर निकल रहे लोगों के लिए 800 होटल के कमरे तैयार किए गए हैं। 4049 फीट का यह ज्वालामुखी 1979 के बाद से ही नहीं फटा था। वहीं, 1902 में हुए धमाके में 1 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।
सेंट विंसेंट और द ग्रेनेडाइंस की सबसे ऊंची चोटी माने जाने वाले ला सॉफरियर में कई शक्तिशाली धमाके हुए। ज्वालामुखी में हुआ इस धमाके की वजह से गर्म राख और धुआं हवा में 6 हजार मीटर की ऊंचाई तक फैल गए। यह जानकारी स्थानीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने दी है। यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्ट सीजमिक रिसर्च सेंटर ने कहा कि इसके बाद शुक्रवार दोपहर हुए एक अन्य धमाके में 4 हजार मीटर की ऊंचाई पर राख के बादल जम गए।
नेशनल इमरजेंसी मैनेजमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने ट्विटर पर कहा 'रेड और ऑरेंज जोन में मौजूद लोगों को बाहर निकाला जाना जारी है। ज्यादा राख गिरने की वजह से प्रक्रिया कुछ हद तक प्रभावित हुई है, क्यों यहां द्रश्यता काफी ज्यादा खराब है।' मामले से जुड़े कई वीडियो सामने आ रहे हैं। जिनमें नजर आ रहा है कि लोग अपना सामान लेकर सड़कों पर निकल रहे हैं। एक दूसरे वीडियो में एक युवक कहता हुआ नजर आ रहा है कि लोगों के घरों पर पत्थर गिर रहे हैं।प्रधानमंत्री राल्फ गोंजाल्वेस ने नेशनल रेडियो के जरिए लोगों से इलाके से हटने की अपील की है। उन्होंने लोगों से ज्वालामुखी के रेड जोन को छोड़ने की बात कही है। साथ ही यह जानकारी भी दी गई है कि इलाके बचकर बाहर निकल रहे लोगों के लिए 800 होटल के कमरे तैयार किए गए हैं। 4049 फीट का यह ज्वालामुखी 1979 के बाद से ही नहीं फटा था। वहीं, 1902 में हुए धमाके में 1 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।