The Kandahar Hijack / देश की भावनाओं को ध्यान में रखकर बनाएंगे कंटेंट- Netflix हेड ने केंद्र सरकार को कहाँ

IC 814: द कंधार हाईजैक’ वेब सीरीज़ को लेकर विवाद के बीच, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स की कंटेंट हेड से मुलाकात की। नेटफ्लिक्स ने आश्वस्त किया कि भविष्य में प्लेटफॉर्म पर अपलोड किए गए कंटेंट भारतीय भावनाओं का ध्यान रखेंगे और उचित रिव्यू प्रक्रिया का पालन करेंगे।

Vikrant Shekhawat : Sep 03, 2024, 02:54 PM
The Kandahar Hijack: कंधार हाईजैक पर आधारित वेब सीरीज़ ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर मचा बवाल अब केंद्र सरकार की नजर में है। मंगलवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने नेटफ्लिक्स की कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल से मुलाकात की, जिसमें नेटफ्लिक्स ने आश्वासन दिया कि भविष्य में अपलोड किए गए कंटेंट भारत के भावनात्मक और सांस्कृतिक संवेदनाओं का पूरा ध्यान रखेंगे। विवाद की वजह इस सीरीज़ में हाईजैकरों के कोड नेम के संदर्भ में बताई जा रही है, जो हिंदू देवताओं के नामों से मेल खाते हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे धार्मिक आस्था पर हमला मानते हुए कड़ी प्रतिक्रियाएँ दी हैं। केंद्र सरकार ने भी स्पष्ट किया है कि रचनात्मकता के नाम पर तथ्यों से छेड़छाड़ स्वीकार्य नहीं है।

बैठक में अधिकारियों को बताया गया कि इस मामले में विस्तृत तरीके से नेटफ्लिक्स टीम कंटेंट का आंकलन कर रही है, जो IC 814: द कंधार वेब सीरीज में इस्तेमाल किया गया है. केंद्र के अधिकारियों और नेटफ्लिक्स कंटेंट हेड की बैठक को लेकर सूत्र ने बताया कि ओटीटी प्लैटफॉर्म ने सरकार को गारंटी दी है कि भविष्य में प्लैटफॉर्म पर आने वाले तमाम कंटेंट संवेदनशील होंगे और देश की भावनाओं का खयाल रखते हुए बनाए जाएंगे. इसके अलावा कंटेंट रिव्यू का भी भरोसा दिया गया है.

अनुभव सिन्हा की वेब सीरीज़ ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ में हाईजैकरों के नाम को लेकर बवाल मचा हुआ है. इस बीच सोमवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स की कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल को समन जारी कर बुलाया था. इस मामले में सोशल मीडिया पर ओटीटी प्लैटफॉर्म और सीरीज़ के मेकर्स के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा देखा जा रहा है. बैन नेटफ्लिक्स जैसे हैशटैग भी चलाए गए.

केंद्र सरकार ने क्या कहा?

नेटफ्लिक्स के साथ बैठक में केंद्र सरकार ने कहा, “हम कंटेंट को सपोर्ट कर रहे हैं. कंटेंट और कंटेंट बनाने वालों को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन तथ्यों के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है.” सरकार का कहना है कि रचनात्मकता के नाम पर भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाया जा सकता है. कहा गया है कि किसी भी कंटेंट को जारी करने से पहले सही से रीसर्च की जानी चाहिए और तथ्यों को परखना चाहिए.

क्या है पूरा विवाद ?

29 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर 1999 के कंधार हाईजैक की घटना पर बनी वेब सीरीज़ ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ रिलीज़ हुई. 6 एपिसोड वाले इस सीरीज़ में कंधार हाईजैक की पूरी कहानी दिखाई गई है. प्लेन को पांच लोगों ने हाईजैक किया था. सीरीज में उन हाईजैकरों के नाम बर्गर, डॉक्टर, भोला, शंकर और चीफ दिखाए गए हैं. हालांकि ये उनके असली नाम नहीं थे, बल्कि हाईजैक के दौरान बातचीत के लिए उन्होंने अपने कोड नेम रखे थे.

आतंकियों के कैरेक्टर को हिंदू देवताओं वाले नाम देने पर लोग भड़क गए. सोशल मीडिया पर इस सीरीज़ और नेटफ्लिक्स के खिलाफ लोगों ने मोर्चा खोल दिया. लोगों ने इसे हिंदू आस्था पर हमला बताया. हालांकि इस घटना पर पहली किताब लिखने वाले नीलेश मिश्रा ने सोशल मीडिया पर बताया कि आतंकियों ने अपने कोड नेम यही रखे थे. हाईजैकरों के असली नाम इब्राहिम अतहर, सनी अहमद काज़ी, जहूर इब्राहिम, शाहिद अख्तर और सैयद शाकिर थे.

मुल्क, आर्टिकल 14 और भीड़ जैसी फिल्में बनाने वाले अनुभव सिन्हा ने ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ के ज़रिए ओटीटी की दुनिया में कदम रखा है. इस सीरीज़ में विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, दीया मिर्जा, पत्रलेखा, पूजा गौर और कुमुद मिश्रा जैसे कई सितारे नजर आए हैं.