डब्‍ल्‍यूएचओ पर बड़ा हमला / चीन की कठपुतली है WHO, शी जिनपिंग से कोई बातचीत नहीं: डोनाल्‍ड ट्रंप

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने कोरोना वायरस को लेकर चीन और डब्‍ल्‍यूएचओ पर बड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा क‍ि विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन वास्‍तव‍ में चीन की कठपुतली है और हम कोरोना को छिपाने और दुनिया में इसे फैलाने के लिए चीन को जिम्‍मेदार मानते हैं। ट्रंप ने कहा कि उन्‍होंने अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से कोई बात नहीं की है और उनकी ऐसा करने की कोई योजना भी नहीं है।

NavBharat Times : Jul 15, 2020, 08:51 AM
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने कोरोना वायरस को लेकर चीन और डब्‍ल्‍यूएचओ पर बड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा क‍ि विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन वास्‍तव‍ में चीन की कठपुतली है और हम कोरोना को छिपाने और दुनिया में इसे फैलाने के लिए चीन को जिम्‍मेदार मानते हैं। ट्रंप ने कहा कि उन्‍होंने अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से कोई बात नहीं की है और उनकी ऐसा करने की कोई योजना भी नहीं है।

ट्रंप ने मंगलवार देर रात कहा, 'वे डब्‍ल्‍यूएचओ वास्‍तव में चीन की कठपुतली हैं। हम चीन को इस महामारी को छिपाने और दुनिया में फैलाने के लिए जिम्‍मेदार मानते हैं और हमने कोई गलती नहीं की है। वे इसे रोक सकते थे और उन्‍हें इसे रोकना चाहिए था।' अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने कहा, 'मैंने शी जिनपिंग से कोई बात नहीं की है और मेरा ऐसा करने का कोई इरादा भी नहीं है।' उन्‍होंने कोरोना वायरस को रोकने में चीन के असफल रहने पर गहरी नाराजगी जताई।


'बाइडन चीन को लेकर नरम रुख अपना रहे'

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने अपने राजनीतिक विरोधी और डेमोक्रैटिक पार्टी की ओर से राष्‍ट्रपति पद के उम्‍मीदवार जो बाइडन पर भी जोरदार हमला बोला। ट्रंप ने आरोप लगाया कि जो बाइडन चीन को लेकर 'नरम रुख' अपना रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि इसके विपरीत मेरे प्रशासन ने चीन और यूरोप से यात्रा पर प्रतिबंध लगाया और लोगों की जिंदग‍ियां बचाईं। ट्रंप ने कहा कि चीनी वायरस से निपटने के लिए उनकी सरकार पूरे ताकत से लड़ रही है।


ट्रंप ने कहा, 'उन्‍होंने (बाइडन) ने कहा है कि चीन हमारी प्रतिस्‍पर्द्धा में है, वास्‍तव में एक विचित्र बात है। वह वास्‍तव में विचित्र हैं। वह (बाइडन) कहते हैं कि चीन समस्‍या नहीं है। नहीं। पिछले 25 से 30 वर्षों में चीन से ज्‍यादा हमें किसी ने नुकसान नहीं पहुंचाया और वह कहते हैं कि चीन समस्‍या नहीं है। वह अब एक मजबूत नेता बनना चाहते हैं लेकिन 47 साल तक वह कहां थे। वह कभी चीन के खिलाफ नहीं आए।'