AajTak : Aug 26, 2019, 11:01 PM
सोनी टीवी के इंस्टाग्राम पर शेयर वीडियो में ये दिखाया जा रहा है कि महिला कंटेस्टेंट एक करोड़ के सवाल पर हैं. ये कंटेस्टेंट हैं चरणा गुप्ता. चरणा पेशे से मध्यप्रदेश सरकार में लेबर इंस्पेक्टर हैं.
चरणा सबसे ज्यादा अपनी मां के करीब हैं. उनकी मां बचपन से पोलियो ग्रस्त हैं. लेकिन इस बीमारी के बावजूद उनकी मां ने बच्चों को पढ़ाने में कोई कमी नहीं छोड़ी. पेशे से चरणा की मां भी एक सरकारी ऑफिसर हैं. अपनी मां के इस संघर्ष को देखकर ही चरणा ने जीवन में उनके जैसा बनने की ठानी है.चरणा का कहना है कि मेरी मां ने हमारे लिए इतना किया है जो बंया नहीं किया जा सकता है. वो हमेशा सोचती रही हैं कि मेरी शारीरिक कमी की वजह से बच्चों के जीवन में कोई कमी नहीं आए. ये बताते हुए चरणा काफी इमोशनल हो जाती हैं. चरणा ने अमिताभ से बातचीत में बताया कि मैंने तो शादी से भी इंकार कर दिया था. मुझे बस अपनी पढ़ाई करनी थी और समाज के लिए काम करना था. लेकिन जब मेरे पति से बातचीत हुई, जो मां के ऑफिस में ही काम करते थे. उन्होंने कहा कि शादी के बाद भी पढ़ाई जारी रखना तब मैंने शादी को हां कहा.चरणा ने अपनी जॉब के बारे में बात करते हुए बताया कि मेरा काम फील्ड का है. कहीं बच्चों से मजदूरी नहीं कराई जा रही हो इस बात की पूरी जांच करनी होती है.चरणा ने बताया एक बार तो हमें एक बच्चा मिला जो मजदूरी कर रहा था. उस बच्चे के पिता नहीं थे, उसकी मां बीमार थीं. काम करना उसकी मजबूरी थी. जब हम लोग उसे मिले तो उसे संभाला. आज वो बच्चा 18 साल का हो चुका है. अपनी पढ़ाई करता है और फिर समय मिलने पर कोई काम कर लेता है.
चरणा सबसे ज्यादा अपनी मां के करीब हैं. उनकी मां बचपन से पोलियो ग्रस्त हैं. लेकिन इस बीमारी के बावजूद उनकी मां ने बच्चों को पढ़ाने में कोई कमी नहीं छोड़ी. पेशे से चरणा की मां भी एक सरकारी ऑफिसर हैं. अपनी मां के इस संघर्ष को देखकर ही चरणा ने जीवन में उनके जैसा बनने की ठानी है.चरणा का कहना है कि मेरी मां ने हमारे लिए इतना किया है जो बंया नहीं किया जा सकता है. वो हमेशा सोचती रही हैं कि मेरी शारीरिक कमी की वजह से बच्चों के जीवन में कोई कमी नहीं आए. ये बताते हुए चरणा काफी इमोशनल हो जाती हैं. चरणा ने अमिताभ से बातचीत में बताया कि मैंने तो शादी से भी इंकार कर दिया था. मुझे बस अपनी पढ़ाई करनी थी और समाज के लिए काम करना था. लेकिन जब मेरे पति से बातचीत हुई, जो मां के ऑफिस में ही काम करते थे. उन्होंने कहा कि शादी के बाद भी पढ़ाई जारी रखना तब मैंने शादी को हां कहा.चरणा ने अपनी जॉब के बारे में बात करते हुए बताया कि मेरा काम फील्ड का है. कहीं बच्चों से मजदूरी नहीं कराई जा रही हो इस बात की पूरी जांच करनी होती है.चरणा ने बताया एक बार तो हमें एक बच्चा मिला जो मजदूरी कर रहा था. उस बच्चे के पिता नहीं थे, उसकी मां बीमार थीं. काम करना उसकी मजबूरी थी. जब हम लोग उसे मिले तो उसे संभाला. आज वो बच्चा 18 साल का हो चुका है. अपनी पढ़ाई करता है और फिर समय मिलने पर कोई काम कर लेता है.