Vikrant Shekhawat : May 07, 2021, 07:42 AM
जेनेवा: कोरोना संकट के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अधिक नमक के सेवन को लेकर चेतावनी दी और सोडियम सामग्री को सीमित करने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए। संगठन ने कहा है कि खाद्य और पेय पदार्थों में अत्यधिक नमक का सेवन लोगों को हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम में डाल रहा है। मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार,संगठन के मानना है कि हर साल वैश्विक स्तर पर अनुमानित 11 मिलियन मौतें खराब आहार से जुड़ी होती हैं, जिसमें 3 मिलियन से मौत अधिक सोडियम के सेवन से जुड़ी हैं।डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कई अमीर देशों और कम आय वाले देशों में रोजाना खाई जाने वाली चीजों जैसे रोटी, अनाज, प्रसंस्कृत मांस और डेयरी उत्पादों जैसे पनीर आदि में सोडियम की मात्रा अधिक पाई गई है। सोडियम क्लोराइड नमक का रासायनिक नाम है और सोडियम एक खनिज है जो शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित करता है।डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेबियस ने कहा कि नमक के सेवन को कम करने और लोगों को सही भोजन के विकल्प उपलब्ध कराने के लिए नीतियां स्थापित करनी चाहिए।टेड्रोस ने एक बयान में कहा, हमें प्रोसेस्ड फूड में सोडियम लेवल में कटौती के लिए खाद्य और पेय उद्योग की भी जरूरत है।इसे लेकर डब्ल्यूएचओ बेंचमार्क 64 खाद्य और पेय पदार्थों की सूची बनाएगी और संगठन के 194 सदस्य खाद्य और पेय उद्योग के साथ बातचीत करेंगे।उदाहरण के लिए, आलू के क्रिस्प्स में प्रति 100 ग्राम सर्व में अधिकतम 500 ग्राम सोडियम, पीसेस और पेस्ट्री में 120 पीजी और प्रोसेस्ड मीट में 360 ग्राम तक होना चाहिए।अधिक सोडियम के नुकसानसंगठन ने कहा कि अधिक डाइटरी सोडियम के सेवन से रक्तचाप बढ़ता है और परिणामस्वरूप हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।डब्लूएचओ ने कहा कि दुनिया भर में गैर-संचारी रोगों से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण हृदय संबंधी बीमारियां हैं, जो सभी मौतों में से 32% के लिए जिम्मेदार हैं। उच्च सोडियम सेवन मोटापा, पुरानी किडनी रोग और गैस्ट्रिक कैंसर से जुड़ा हुआ है।रोजाना कितने सोडियम की जरूरतडब्ल्यूएचओ ने सिफारिश की है कि लोगों को प्रति दिन 5 ग्राम से कम नमक (या 2 ग्राम सोडियम से कम) का सेवन करना चाहिए।