Share Market News / सोना और शेयर बाजार एक साथ क्यों भाग रहा है, ये हैं 5 बड़े कारण

बीते दिनों शेयर बाजार और सोने में बंपर तेजी ने निवेशकों को खूब रिटर्न दिया। सेंसेक्स-निफ्टी ने 6% से ज्यादा और गोल्ड ने करीब 9% का रिटर्न दिया। अमेरिका की टैरिफ नीति, डॉलर इंडेक्स में गिरावट और ग्लोबल मंदी की आशंका इसके प्रमुख कारण रहे।

Share Market News: बीते कुछ दिनों में शेयर बाजार और सोने दोनों ने ही निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा दिया है। आमतौर पर ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि दोनों असेट क्लास—एक जोखिमपूर्ण (शेयर बाजार) और दूसरा सेफ हैवन (सोना)—एक साथ तेज़ी से भागते हुए नजर आएं। लेकिन अप्रैल 2025 की शुरुआत से अब तक के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं।


📈 शेयर बाजार: सेंसेक्स और निफ्टी ने दिया तगड़ा रिटर्न

9 अप्रैल से लेकर 17 अप्रैल तक के महज चार कारोबारी दिनों में सेंसेक्स ने लगभग 6.37% और निफ्टी ने 6.48% का मुनाफा दिया है। सेंसेक्स 73,847.15 से उछलकर 78,553.20 तक पहुंच गया, जबकि निफ्टी 22,399.15 से बढ़कर 23,851.65 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स में प्रमुख उछाल:

  • 11 अप्रैल: +1,310 अंक

  • 15 अप्रैल: +1,577 अंक

  • 17 अप्रैल: +1,509 अंक

निफ्टी की बड़ी छलांग:

  • 11 अप्रैल: +429 अंक

  • 15 अप्रैल: +500 अंक

  • 17 अप्रैल: +414 अंक

शेयर बाजार की यह उछाल बताती है कि निवेशकों का भरोसा बना हुआ है और वे सकारात्मक वैश्विक संकेतों का भरपूर लाभ उठा रहे हैं।


🪙 सोना: सुरक्षित निवेश का विकल्प बनकर चमका

शेयर बाजार की रफ्तार के बीच सोना भी पीछे नहीं रहा। 8 अप्रैल से लेकर 17 अप्रैल तक के सात कारोबारी सत्रों में गोल्ड में करीब 9% का इजाफा हुआ है। सोना 87,648 रुपए प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 95,239 रुपए तक पहुंच गया।

गोल्ड की प्रमुख तेजी:

  • 09 अप्रैल: +2,156 रुपए

  • 10 अप्रैल: +2,229 रुपए

  • 11 अप्रैल: +1,712 रुपए

  • 16 अप्रैल: +2,210 रुपए

हालांकि 14 और 17 अप्रैल को थोड़ी गिरावट देखने को मिली, लेकिन इसके बावजूद निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न मिला है।


🔍 दोनों में एक साथ तेजी की वजह क्या है?

  1. ट्रंप टैरिफ हटाना: अमेरिका ने भारत समेत 75 देशों से टैरिफ हटाया, जिससे व्यापार को बढ़ावा मिला। शेयर बाजार ने इसे पॉजिटिव लिया, लेकिन चीन पर बढ़ते टैरिफ ने अनिश्चितता को जन्म दिया—नतीजन गोल्ड की मांग भी बढ़ी।

  2. डॉलर इंडेक्स में गिरावट: डॉलर कमजोर हुआ है, जिससे रुपया मजबूत हुआ और विदेशी निवेशकों का रुझान भारतीय बाजार की ओर बढ़ा। साथ ही डॉलर के गिरने से गोल्ड सस्ता होता है, जिससे उसकी मांग भी बढ़ती है।

  3. इंडिया और ग्लोबल ग्रोथ डाटा: IMF और वर्ल्ड बैंक भले ही मंदी की चेतावनी दे रहे हैं, लेकिन भारत की अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार बनाए हुए है। मजबूत मैक्रो डेटा ने शेयर बाजार को सपोर्ट दिया, जबकि वैश्विक मंदी की आशंका ने गोल्ड की कीमतों को सहारा दिया।

  4. पॉलिसी रेट कट: ईयू, अमेरिका और भारत ने ब्याज दरों में कटौती की है। कम रेट्स शेयर बाजार को बूस्ट देती हैं, जबकि गोल्ड को भी ब्याज से मिलने वाली प्रतिस्पर्धा कम होने के कारण सपोर्ट मिलता है।

  5. पॉजिटिव मार्केट सेंटीमेंट्स: अमेरिका-चीन के बीच संभावित बातचीत, जापान की कूटनीतिक पहल और मजबूत निवेशक धारणा ने दोनों बाजारों को सहारा दिया।


निवेशकों के लिए सुनहरा मौका

अप्रैल 2025 की शुरुआत ने निवेशकों के लिए डबल बोनस जैसा काम किया है। शेयर बाजार और गोल्ड दोनों में आई तेजी से यह संकेत मिलता है कि बाजार फिलहाल पॉजिटिव मूड में है, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है। ऐसे दौर में पोर्टफोलियो का सही संतुलन और समय पर निर्णय निवेशकों को बेहतर लाभ दिला सकता है।