Bank Account / अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाए और बैंक में नॉमिनी का नाम नहीं जुड़ा तो पैसा कैसे मिलेगा?

बैंक खातों के लिए नॉमिनी बनाना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह खाताधारक की मृत्यु के बाद खाते में जमा पैसे के वितरण को सरल बनाता है। नॉमिनी के बिना, पैसे कानूनी उत्तराधिकारी को दिए जाते हैं, जो कागजी कार्यवाही और समय-व्यय कर सकते हैं। नॉमिनी का चयन खाते की सुरक्षा और आसानी से पैसे की विरासत सुनिश्चित करता है।

Vikrant Shekhawat : Sep 14, 2024, 06:30 AM
Bank Account: बैंक खाते, डीमैट खाते और अन्य वित्तीय खातों के लिए नॉमिनी बनाना एक आवश्यक प्रक्रिया है जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। जब आप अपने बैंक में नया खाता खुलवाने जाते हैं, तो बैंक के कर्मचारी आपसे नॉमिनी नामांकित करने के लिए कहते हैं। इसमें नॉमिनी का नाम, संबंध, उम्र, और पता जैसी जानकारी दर्ज की जाती है। लेकिन यह सवाल उठता है कि नॉमिनी बनाना इतना महत्वपूर्ण क्यों है और अगर नॉमिनी नहीं बनाया गया हो तो क्या होता है?

नॉमिनी का महत्व

नॉमिनी का चयन करते समय, आप उन लोगों को नामित करते हैं जो आपके खाते के जमा धन के वारिस होंगे यदि आपका निधन हो जाता है। यह प्रक्रिया एक तरह से आपके संपत्ति के प्रबंधन में सहायता करती है और आपके परिवार के सदस्यों को वित्तीय संकट में डालने से बचाती है।

जब किसी खाताधारक की मृत्यु हो जाती है, तो उसके द्वारा नामित नॉमिनी को उसके खाते में जमा सभी पैसे दे दिए जाते हैं। यदि एक से अधिक नॉमिनी होते हैं, तो पैसे उनके बीच बराबर बांट दिए जाते हैं। इसके अलावा, कई बैंकों की सुविधा के तहत, आप यह भी निर्दिष्ट कर सकते हैं कि प्रत्येक नॉमिनी को कितनी राशि मिलेगी।

नॉमिनी का उदाहरण

मान लीजिए, अरविंद ने अपने बैंक खाते के लिए अपनी पत्नी, मां और बहन को नॉमिनी बनाया है। यदि अरविंद की मृत्यु हो जाती है, तो उसके खाते में जमा पैसे उसकी पत्नी, मां, और बहन में समान रूप से बांट दिए जाएंगे। दूसरी ओर, करण ने भी तीन नॉमिनी बनाए हैं लेकिन उसने यह निर्दिष्ट किया है कि उसकी मृत्यु के बाद, उसकी पत्नी को 50 प्रतिशत, और उसकी मां और बहन को 25-25 प्रतिशत पैसे दिए जाएं। यदि करण की मृत्यु होती है, तो उसकी पत्नी को 50 प्रतिशत राशि मिलेगी, जबकि मां और बहन को 25-25 प्रतिशत राशि मिलेगी।

नॉमिनी नहीं होने पर क्या होगा?

यदि किसी व्यक्ति ने अपने खाते के लिए नॉमिनी नहीं बनाया है, तो उसके खाते में जमा सारे पैसे उसकी मृत्यु के बाद उसके कानूनी उत्तराधिकारी को दिए जाएंगे। एक विवाहित व्यक्ति के कानूनी उत्तराधिकारी उसकी पत्नी, बच्चे, और माता-पिता होते हैं। अविवाहित व्यक्ति के लिए, कानूनी उत्तराधिकारी उसके माता-पिता, भाई-बहन हो सकते हैं।

नॉमिनी न होने की स्थिति में, पैसे वितरण की प्रक्रिया में काफी कागजी कार्यवाही होती है, जो समय और प्रयास की मांग करती है।

नॉमिनी न होने की स्थिति में पैसे कैसे प्राप्त करें?

यदि अकाउंट होल्डर की मृत्यु के समय कोई नॉमिनी नहीं था, तो कानूनी उत्तराधिकारी को उसके खाते में जमा पैसे प्राप्त करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेजों के साथ बैंक की शाखा में जाना होगा। जरूरी दस्तावेजों में मृत अकाउंट होल्डर का डेथ सर्टिफिकेट, कानूनी उत्तराधिकारी के फोटो, केवाईसी (Know Your Customer) दस्तावेज, लेटर ऑफ डिस्क्लेमर एनेक्सचर-ए, और लेटर ऑफ इंडेम्निटी एनेक्सचर-सी शामिल हैं।

निष्कर्ष

नॉमिनी बनाना न केवल आपके वित्तीय मामलों को व्यवस्थित करने में मदद करता है, बल्कि आपके परिवार और प्रियजनों को आपके निधन के बाद वित्तीय सुरक्षा भी प्रदान करता है। यह एक सरल लेकिन महत्वपूर्ण कदम है जो भविष्य में कई संभावित समस्याओं से बचाव कर सकता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि आप अपने सभी वित्तीय खातों के लिए नॉमिनी नामांकित करें और नियमित रूप से उसकी जानकारी को अद्यतित रखें।