Share Market News / क्या शेयर बाजार 'ढाई चाल' चलेगा, बजट-मोनेटरी पॉलिसी से तेजी होगी बहाल?

इस हफ्ते शेयर बाजार में अस्थिरता देखने को मिल सकती है. बजट के असर के अलावा, आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक, विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और वैश्विक संकेतकों का प्रभाव रहेगा. कंपनियों के तिमाही नतीजे भी निवेशकों का रुख तय करेंगे. बाजार में उतार-चढ़ाव संभव है.

Share Market News: शतरंज में घोड़े की ‘ढाई चाल’ को भांपना मुश्किल होता है, और इस हफ्ते शेयर बाजार भी कुछ ऐसा ही संकेत दे रहा है. बजट पेश होने के बाद शनिवार को खुले बाजार ने सरकार के फैसलों का गर्मजोशी से स्वागत नहीं किया. अब सोमवार को बाजार किस दिशा में जाएगा, यह कहना मुश्किल है.

बाजार की चाल को क्या प्रभावित करेगा?

इस हफ्ते निवेशकों की नजरें न सिर्फ बजट के नतीजों पर होंगी, बल्कि उसकी गहराई से होने वाले विश्लेषण पर भी रहेंगी. साथ ही, डोनाल्ड ट्रंप के हालिया फैसले और वैश्विक आर्थिक संकेतकों का भी असर देखने को मिल सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के नतीजे भी बाजार की दिशा तय करेंगे.

क्या बाजार में तेजी लौटेगी?

बजट से पहले बाजार में लगातार तेजी बनी हुई थी, लेकिन बजट के दिन यह जोश ठंडा पड़ गया. अब इस हफ्ते जब मौद्रिक नीति बैठक जैसे बड़े फैसले होंगे, तो बाजार में दोबारा मजबूती लौट सकती है.

किन फैक्टर्स पर होगी नजर?

  • विदेशी निवेशकों (FPI) की गतिविधियां
  • कंपनियों के तिमाही नतीजे
  • RBI की ब्याज दर नीति (संभावित 0.25% कटौती)
  • अमेरिका और भारत का मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई डेटा
  • दिल्ली विधानसभा चुनाव और अमेरिकी व्यापार नीति

कंपनियों के तिमाही नतीजे

इस हफ्ते एशियन पेंट्स, टाटा पावर, टाइटन, आईटीसी, एसबीआई, एलआईसी और भारती एयरटेल जैसी दिग्गज कंपनियों के तिमाही परिणाम जारी होंगे. इनका असर इंडेक्स पर देखने को मिल सकता है.

बाजार की अगली चाल?

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि RBI ब्याज दरों में कटौती करता है और विदेशी निवेशक सक्रिय रहते हैं, तो बाजार में मजबूती देखने को मिलेगी. हालांकि, वैश्विक बाजारों में किसी भी तरह की अस्थिरता बाजार की भावनाओं को कमजोर कर सकती है.

पिछले हफ्ते सेंसेक्स 1,315.5 अंक (1.72%) और निफ्टी 389.95 अंक (1.68%) उछला था. अब देखना होगा कि इस हफ्ते बाजार अपनी ‘ढाई चाल’ से निवेशकों को फायदा पहुंचाएगा या नई चुनौतियां खड़ी करेगा.