विदेश / ओमीक्रॉन के केस बढ़ने के साथ अस्पताल में भर्ती होने के मामले बढ़ने की आशंका है: डब्ल्यूएचओ

कोविड-19 के ओमीक्रॉन वैरिएंट के खतरे के बीच डब्ल्यूएचओ ने कहा है, "चिंताजनक वैरिएंट से जुड़े मामले वैश्विक स्तर पर बढ़ने के साथ मौतों व अस्पताल में भर्ती होने के मामले बढ़ने की आशंका है।" डब्ल्यूएचओ ने बताया कि ओमीक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित लोगों की क्लिनिकल तस्वीर को पूरी तरह से समझने के लिए अधिक जानकारी की आवश्यकता है।

Vikrant Shekhawat : Dec 15, 2021, 08:43 AM
जिनेवा: कोरोना वायरस के नए और अधिक संक्रामक माने जा रहे वैरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से डराने वाली चेतावनी जारी की गई है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि हमें लगता है कि ओमिक्रॉन की वजह से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या और मृत्यु दर में तेजी आएगी।

डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'चिंता के कारण एक वैरिएंट से संक्रमण के मामलों की संख्या पूरी दुनिया में बढ़ी है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि अस्पताल में भर्ती होने के मामलों और यहां तक कि इस संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।'

इतनी तेजी से कोरोना के किसी दूसरे स्वरूप को फैलते नहीं देखा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन स्वरूप इतनी तेजी से फैल रहा है, जितना पहले किसी अन्य स्वरूप को नहीं देखा गया था। डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों से ओमिक्रॉन का प्रसार रोकने के लिए उचित कदम उठाने का आग्रह किया है। संगठन ने कहा कि अकेले टीकाकरण से कोई भी देश इस संकट से बाहर नहीं निकल सकता है।

पूरी तरह समझने के लिए अभी और जानकारी चाहिए

इसने यह भी कहा कि अभी ओमिक्रॉन को पूरी तरह से समझने के लिए और जानकारियों की आवश्यकता है। हम देशों को अस्पताल में भर्ती किए जाने वाले मरीजों के डाटा को हमारे कोविड-19 क्लिनिकल डाटा प्लेटफॉर्म पर साझा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इससे हमें इसे समझने में मदद मिलेगी।

हर देश में पहुंच चुका है ओमिक्रॉन: डब्ल्यूएचओ महानिदेशक

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेसियस ने मंगलवार को कहा कि 77 देशों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं और सच्चाई यह है कि ओमिक्रॉन संभवत: सभी देशों में पहुंच चुका है, भले ही वहां कोई मामला दर्ज न किया गया हो। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन जिस तेजी से फैल रहा है वैसी स्थिति किसी भी पिछले वैरिएंट के साथ नहीं देखी गई है।

'हम बूस्टर डोज नहीं बल्कि असमानता के खिलाफ हैं'

उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के आने के बाद कुछ देशों ने अपनी पूरी आबादी के लिए टीके की बूस्टर खुराक के कार्यक्रमों की शुरुआत की है। ऐसा तब हो रहा है जब हमारे पास इस वैरिएंट के खिलाफ बूस्टर के प्रभाव के बारे में पर्याप्त सबूत भी नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'डब्ल्यूएचओ टीके की बूस्टर खुराक को लेकर नहीं बल्कि असमानता के खिलाफ है।'

'हर जगह लोगों की जान बचाना हमारी प्रमुख चिंता है'

डॉ. घेब्रेसियस ने कहा कि हमारी मुख्य चिंता हर जगह लोगों की जान बचाना है। हम इसे लेकर चिंतित हैं कि इस तरह के कार्यक्रम फिर से कोविड टीके की जमाखोरी के हालात बनाएंगे जैसे हमने इस साल देखे थे। डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने यह भी कहा कि यह स्पष्ट है कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं बूस्टर एक अहम भूमिका निभा सकती हैं।  

देश में तीसरी लहर का कारण बन सकता है ओमिक्रॉन

इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि ओमिक्रॉन वैरिएंट बड़ा प्रभाव डाल सकता है लेकिन इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। यह वैरिएंट भारत में दूसरी लहर का सबब बने डेल्टा से भी अधिक संक्रामक माना जा रहा है। कहा जा रहा है यह तीसरी लहर का कारण बन सकता है।

भारत में ओमिक्रॉन से संक्रमण के अब तक 45 मामले

भारत में ओमिक्रॉन संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर अब 45 हो गई है। पहले की तरह सबसे ज्यादा संक्रमण महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। वहीं दूसरा सबसे अधिक प्रभावित राज्य राजस्थान है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है और प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा है।

नीदरलैंड : प्रधानमंत्री नें दिए स्कूल बंद करने के निर्देश

नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूटे ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देख सख्त कदम उठाते हुए प्राथमिक स्कूलों को बंद करने के लिए कहा है।