Vikrant Shekhawat : May 12, 2021, 04:28 PM
यूपी के कानपुर से एक हैरान कर देने वाला वीडियो वायरल हुआ है। जहां पर परिजन पूजा-पाठ के नाम पर मरीज की जान को खतरे में डालते नजर आए। यह वीडियो कानपुर के हैलट अस्पताल के कोविड वार्ड का बताया जा रहा है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि कोविड वार्ड में दो महिलाएं अपने मरीज का ऑक्सीजन मास्क निकाल देती हैं और कुछ पूजा पाठ करती हैं और धार्मिक जयकारे लगाकर उसे ठीक करने का दावा करती हैं।
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि दोनों महिलाएं मरीज के बेड को घर लेती हैं और पूजा-पाठ शुरू कर देती हैं। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान का नाम लेकर जयकारे लगाती हैं। पूरे वार्ड में दोनों महिलाओं की आवाज जोर जोर से गूंजने लगती है। मौके पर किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इस दौरान इन महिलाओं इस बात की जरा भी चिंता नहीं रहती है कि इन्हें भी कोरोना हो सकता है और यहां से बाहर निकलने पर ये दूसरे लोगों में भी संक्रमण फैला सकती हैं। कुछ देर बाद इस कोरोना मरीज की मौत हो जाती है फिर दोनों महिलाएं अस्पताल में जमकर हंगामा करती हैं और वार्ड के डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाती हैं। बताया जा रहा है कि यह दोनों महिलाएं रात के समय जबरन अस्पताल के कोविड वार्ड में घुसी थीं। इन्हें रोकने की भी कोशिश की गई थी पर इन्होंने किसी कोई बात नहीं सुनी। इस वायरल वीडियो पर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर आरबी कमल ने फोन पर बताया कि यह वीडियो 22 अप्रैल का है मरीज को कोरोना वार्ड नंबर चार में भर्ती किया गया था। डॉक्टर अलोक वर्मा उसका इलाज कर रहे थे। रात के समय दो महिलाएं अपने मरीज को देखने के बहाने से जबरदस्ती वार्ड में घुस गईं थी। उन्होंने नर्स को बोला कि आपके इलाज से ये ठीक नहीं होंगे। इसे पर भूत प्रेत का साया है। फिर दोनों महिलाएं बेड पर पूजा पाठ करने लगीं।पूजा पाठ के दौरान इन महिलाओं ने मरीज के ऑक्सीजन की नली भी निकाल दी। जब अस्पताल के स्टाफ ने रोकने की कोशिश की तो उल्टा उनके साथ लड़ने लगीं। कुछ देर बार मरीज की मौत हो गई और दोनों ने कुछ देर तक अस्पताल में हंगामा किया फिर चली गईं। अगले दिन कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मरीज का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
प्रिंसिपल डॉक्टर आरबी कमल का कहना है कि कई बार तीमारदार खाने या दवा के बहाने मरीज से मिलने की जिद करता है। कभी- कभी मिलने के लिए छूट भी दी जाती है। रात के समय अस्पताल में स्टाफ कम था और दोनों महिलाएं जबरदस्ती अंदर घुस गईं। स्टाफ ने डॉक्टर को इस घटना की सूचना दी लेकिन कुछ देर के बाद ये दोनों भाग गईं। प्रिंसिपल आदमी कमल ने एफआईआर करवाने के मामले में कोई जवाब नहीं दिया।
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि दोनों महिलाएं मरीज के बेड को घर लेती हैं और पूजा-पाठ शुरू कर देती हैं। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान का नाम लेकर जयकारे लगाती हैं। पूरे वार्ड में दोनों महिलाओं की आवाज जोर जोर से गूंजने लगती है। मौके पर किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इस दौरान इन महिलाओं इस बात की जरा भी चिंता नहीं रहती है कि इन्हें भी कोरोना हो सकता है और यहां से बाहर निकलने पर ये दूसरे लोगों में भी संक्रमण फैला सकती हैं। कुछ देर बाद इस कोरोना मरीज की मौत हो जाती है फिर दोनों महिलाएं अस्पताल में जमकर हंगामा करती हैं और वार्ड के डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाती हैं। बताया जा रहा है कि यह दोनों महिलाएं रात के समय जबरन अस्पताल के कोविड वार्ड में घुसी थीं। इन्हें रोकने की भी कोशिश की गई थी पर इन्होंने किसी कोई बात नहीं सुनी। इस वायरल वीडियो पर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर आरबी कमल ने फोन पर बताया कि यह वीडियो 22 अप्रैल का है मरीज को कोरोना वार्ड नंबर चार में भर्ती किया गया था। डॉक्टर अलोक वर्मा उसका इलाज कर रहे थे। रात के समय दो महिलाएं अपने मरीज को देखने के बहाने से जबरदस्ती वार्ड में घुस गईं थी। उन्होंने नर्स को बोला कि आपके इलाज से ये ठीक नहीं होंगे। इसे पर भूत प्रेत का साया है। फिर दोनों महिलाएं बेड पर पूजा पाठ करने लगीं।पूजा पाठ के दौरान इन महिलाओं ने मरीज के ऑक्सीजन की नली भी निकाल दी। जब अस्पताल के स्टाफ ने रोकने की कोशिश की तो उल्टा उनके साथ लड़ने लगीं। कुछ देर बार मरीज की मौत हो गई और दोनों ने कुछ देर तक अस्पताल में हंगामा किया फिर चली गईं। अगले दिन कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मरीज का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
प्रिंसिपल डॉक्टर आरबी कमल का कहना है कि कई बार तीमारदार खाने या दवा के बहाने मरीज से मिलने की जिद करता है। कभी- कभी मिलने के लिए छूट भी दी जाती है। रात के समय अस्पताल में स्टाफ कम था और दोनों महिलाएं जबरदस्ती अंदर घुस गईं। स्टाफ ने डॉक्टर को इस घटना की सूचना दी लेकिन कुछ देर के बाद ये दोनों भाग गईं। प्रिंसिपल आदमी कमल ने एफआईआर करवाने के मामले में कोई जवाब नहीं दिया।