देश / इस खेती से कमा सकते हैं लाखों, प्रति पौधा 120 रुपए मिलेगी सरकारी सहायता

पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में उत्तर-पूर्व राज्यों में बांस से बने बोतल और टिफिन की सराहना की थी। प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे नॉर्थ-ईस्ट में बांस के प्रोडक्ट बनाकर बाजार में बेच कमाई कर रहे हैं। बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय बैंबू मिशन भी बनाया है। इसके तहत किसान को बांस की खेती करने पर प्रति पौधा 120 रुपए की सरकारी सहायता भी मिलती है।

News18 : Aug 06, 2020, 06:55 AM
नई दिल्ली। पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मन की बात (Mann Ki Baat) कार्यक्रम में उत्तर-पूर्व राज्यों में बांस से बने बोतल और टिफिन की सराहना की थी। प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे नॉर्थ-ईस्ट में बांस के प्रोडक्ट बनाकर बाजार में बेच कमाई कर रहे हैं। बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय बैंबू मिशन (National Bamboo Mission) भी बनाया है। इसके तहत किसान को बांस की खेती करने पर प्रति पौधा 120 रुपए की सरकारी सहायता भी मिलती है। सरकार की कोशिश है कि किसान बांस की खेती करके मोटा लाभ कमाएं। अगर आप भी बांस की खेती में हाथ आजमाना चाहते है तो हम आपको बता रहे बांस की खेती करने का तरीका।


सरकार ने बदला नियम

जनवरी 2018 में केंद्र सरकार ने बांस को पेड़ की कटेगरी से हटा दिया। हालांकि ऐसा सिर्फ निजी जमीन के लिए किया गया है। बांस काटने पर फॉरेस्ट एक्ट नहीं लगेगा। जो फॉरेस्ट की जमीन पर बांस हैं उन पर यह छूट नहीं है। वहां पर वन कानून लागू होगा।


तय करें किस काम के लिए लगा रहे हैं बांस

सरकारी नर्सरी से पौध फ्री मिलेगी। इसकी 136 प्रजातियां हैं। अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग बांस की किस्में। लेकिन उनमें से 10 का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हो रहा है। यह देखकर प्रजाति का चयन करना होगा कि आप किस काम के लिए बांस लगा रहे हैं। अगर फर्नीचर के लिए लगा रहे हैं तो संबंधित प्रजाति का चयन करना होगा।


कितने साल में तैयार होती है खेती?

बांस की खेती आमतौर पर 3 से 4 साल में तैयार होती है। चौथे साल में कटाई शुरू कर सकते हैं। चूंकि इसका पौधा तीन-चार मीटर की दूरी पर लगाया जाता है इसलिए इसके बीच की जगह पर आप कोई और खेती कर सकते हैं। इसकी पत्तियां पशुओं के चारे के रूप में इस्तेमाल हो सकती हैं। बांस लगाएंगे तो फर्नीचर के लिए पेड़ों की कटान कम होगी। इससे आप पर्यावरण रक्षा भी करेंगे। अभी हम काफी फर्नीचर चीन से मंगा रहे हैं, इसलिए आप इसकी खेती से इंपोर्ट कम कर सकते हैं।


किसान को कितनी सरकारी सहायता मिलेगी?

तीन साल में औसतन 240 रुपए प्रति प्लांट की लागत आएगी। जिसमें से 120 रुपये प्रति प्लांट सरकारी सहायता मिलेगी। नार्थ- ईस्ट को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में इसकी खेती के लिए 50 फीसदी सरकार और 50 फीसदी किसान लगाएगा। 50 फीसदी सरकारी शेयर में 60 फीसदी केंद्र और 40 फीसदी राज्य की हिस्सेदारी होगी। जबकि नार्थ ईस्ट में 60 फीसदी सरकार और 40 फीसदी किसान लगाएगा। 60 फीसदी सरकारी पैसे में 90 फीसदी केंद्र और 10 फीसदी राज्य सरकार का शेयर होगा। जिले में इसका नोडल अधिकारी आपको पूरी जानकारी दे देगा।


कितनी होगी कमाई?

जरूरत और प्रजाति के हिसाब से एक हेक्टेयर में 1500 से 2500 पौधे लगा सकते हैं। अगर आप 3 गुणा 2।5 मीटर पर पौधा लगाते हैं तो एक हेक्टेयर में करीब 1500 प्लांट लगेंगे। साथ में आप दो पौधों के बीच में बची जगह में दूसरी फसल उगा सकते हैं। 4 साल बाद 3 से 3।5 लाख रुपए की कमाई होने लगेगी। हर साल रिप्लांटेशन करने की जरूरत नहीं। क्योंकि बांस की पौध करीब 40 साल तक चलती है।

दूसरी फसलों के साथ खेत की मेड़ पर 4 गुणा 4 मीटर पर यदि आप बांस लगाते हैं तो एक हेक्टेयर में चौथे साल से करीब 30 हजार रुपए की कमाई होने लगेगी। इसकी खेती किसान का रिस्क फैक्टर कम करती है। क्योंकि किसान बांस के बीच दूसरी खेती भी कर सकता है।