Vikrant Shekhawat : Jan 24, 2024, 11:00 PM
Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छत्तीसगढ़ के रायपुर में बुधवार को हनुमान कथा सुनाने पहुंचे। बागेश्वर धाम के महाराज ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हमारे आने से प्रदेश में भी बदलाव आया है। यहां सरकार बदल गई है। लोगों के भाव बदल गए। धर्मांतरण के मामले में देश और प्रदेश की दिशा बदल गई है। धर्मांतरण करने वालों की ठठरी बांध दी गई है। उन्होंने धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों के घर वापसी को एक सरलतम रास्ता बताया।धर्म परिवर्तन को लेकर कही ये बातबाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों के घर वापसी को एक सरलतम रास्ता बताया। उन्होंने कहा कि सभी लोग संतानी धर्म अपनाए। परिवार के लोग जिन्होंने धोखे से धर्मांतरण किया है उन्हे वास्तविकता से अवगत कराया जाए। आदिवासी इलाके में धर्म परिवर्तन को लेकर कहा कि हम वहां भी जाएंगे। मिशनरी स्कूल के जरिए प्रभावित होकर धर्म परिवर्तन के सवाल पर बाबा ने कहा कि अंग्रेजी स्कूल में जाना चाहिए लेकिन पालक अपने बच्चों को संस्कार सिखाएं। गीता रामायण की जानकारी दें।मंदिरों के पुजारी दें धर्म की शिक्षामहाराज धीरेंद्र शास्त्री ने धर्मांतरण को रोकने के लिए कहा प्रदेश के समस्त मंदिरों के पुजारियों को सनातन धर्म की शिक्षा देना चाहिए। मंगलवार या शनिवार को बच्चों को धर्म की शिक्षा देना चाहिए। इसके लिए पूरे प्रदेश को लोगों को आगे आना होगा।हिंदू राष्ट्र को लेकर दिया बड़ा बयानहिंदू राष्ट्र को लेकर बाबा बागेश्वर ने कहा कि देश राम राज्य की स्थापना की ओर अग्रसर है। भारत हिंदू राष्ट्र की ओर तेजी से अग्रसर है। धीरेंद्र शास्त्री ने युवाओं से कहा कि तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हें हिंदू राष्ट्र दूंगा। हिंदू धर्म में वापसी करने वालों को किस जाति में लेंगेबाबा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि उन्हें हिंदू धर्म में रखेंगे। इससे बड़ा उपाय भारत को बचाने का नहीं है। पहले परिचय हिंदू होना चाहिए। अगर कहीं आवश्यकता पड़े तो जाति बताना चाहिए। इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री महराज ने अपनी जाति भी मीडिया को बताया उन्होंने कहा हमारी जाति शुक्ल है। हम कहते हैं कि हम कट्टर सनातनी हैं।भारत में जाति जनगणना नही होनी चाहिएः धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम के बाबा ने जाति जनगणना के सवाल पर कहा कि भारत में जाति गणना नहीं होनी चाहिए। गरीब कितने हैं ये गणना होनी चाहिए। 90 प्रतिशत लाने वाला घर पर बैठा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। जो वास्तविक परेशान हैं, गरीब हैं उनकी गणना की जाए, जिनके पास मकान नहीं है जिन्हें धर्म की शिक्षा नहीं मिल पा रही है उनकी गणना करना चाहिए। वास्तविक गरीबों की गणना की जाए, जिन क्षेत्रों में गाय नहीं है वहां गणना हो, बस्तर जैसे क्षेत्र में सड़कें नहीं है वहां गणना हो ,जाति जनगणना कराकर भारत को बर्बाद ना करो ये देश के लिए मूर्खता है।