विज्ञान / 50000 तस्वीरें प्रोसेस कर 16-वर्षीय ने बनाई चंद्रमा की 'सबसे स्पष्ट' तस्वीर, हुई वायरल

चंद्रमा की सबसे स्पष्ट तस्वीरों में से एक लेने वाले पुणे के 16-वर्षीय प्रथमेश जाजू ने बताया है कि यह तस्वीर 40 घंटे में 50,000 तस्वीरों को प्रोसेस करने के बाद बनी। बकौल प्रथमेश, "मैं सबसे स्पष्ट तस्वीर लेना चाहता था इसलिए 50,000 तस्वीरें लीं...मैंने उन्हें साथ जोड़ा और सब कुछ स्पष्ट दिखाने के लिए तस्वीर को शार्प किया।"

Vikrant Shekhawat : May 20, 2021, 07:58 AM
पुणे: महाराष्ट्र के पुणे का एक प्रथमेश जाजू (Prathamesh Jaju) नाम का 16 वर्षीय लड़का चंद्रमा की काफी खूबसूरत और विस्तृत तस्वीरें कैप्चर करने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। प्रथमेश जाजू ने 50,000 से अधिक तस्वीरों को मिलाकर त्रि-आयामी यानी 3डी शॉट बनाया है जो 186 गीगाबाइट डेटा से अधिक है और इसने प्रोसेसिंग के दौरान लगभग उनके लैपटॉप को खत्म कर दिया था।

नेटिज़न्स ने 16-वर्षीय की चांद की तस्वीर पर किया रिएक्ट

प्रथमेश जाजू द्वारा अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा की गई इस तस्वीर ने नेटिज़न्स का काफी ध्यान आकर्षित कर लिया है। उनके द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर को अब तक 18,000 से अधिक लाइक्स और 66 कमेंट्स मिल चुके हैं। नेटिज़न्स में से कुछ ने लिखा- अभी आपको रेडिट से ढूंढा। आपकी तस्वीरें बिल्कुल अविश्वसनीय हैं। वही बाकी ने इतना सहज मिश्रण, शानदार, अतुल्य और वास्तव में मंत्रमुग्ध करने वाला लिखकर तारीफ की।

पुणे: 16 साल का लड़का हुआ सोशल मीडिया पर वायरल

प्रथमेश खुद को एक शौकिया खगोलशास्त्री यानी एस्ट्रोनोमर और खगोल फोटोग्राफर कहते हैं। उनके अनुसार, यह इमेज उनकी तीसरी तिमाही मिनरल मून का सबसे विस्तृत और स्पष्ट शॉट है। शॉट को लास्ट क्वार्टर मिनरल HDR मून कम्पोजिट बताते हुए, लड़के ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में खुलासा किया कि उसने “1500 3000 मिमी फोकल लंबाई पर 1.2 मेगापिक्सेल ZWO ASI120MC-S के साथ लगभग 38 पैनल कैप्चर किए जिसने इमेज को लगभग 50 मेगापिक्सेल बड़ा बना दिया।”

ANI के साथ एक इंटरव्यू में, जाजू ने तस्वीर लेने की अपनी प्रक्रिया के बारे में बात की। उन्होंने खुलासा किया कि छवि दो अलग-अलग छवियों का एक HDR सम्मिश्रण है। ऐसा इसे 3डी इफेक्ट देने के लिए किया गया था। उन्होंने कहा- ‘यह तीसरी तिमाही के मिनरल मून का मेरा सबसे विस्तृत और स्पष्ट शॉट है।’

उन्होंने आगे कहा, “रॉ डेटा 100GB था और जब आप इसे प्रोसेस करते हैं तो डेटा बड़ा हो जाता है, इसलिए यह लगभग 186GB था। जब मैंने उन्हें एक साथ मिला दिया, तो अंतिम फ़ाइल लगभग 600MB की थी। मैंने 3 मई को दोपहर 1 बजे इमेज को कैप्चर किया था। मैंने वीडियो और तस्वीरों के साथ लगभग 4 घंटे तक कैप्चर किया। इसे संसाधित करने में 38-40 घंटे लगे। 50,000 तस्वीरों के पीछे का कारण चंद्रमा की सबसे साफ तस्वीर लेना था। मैंने उन्हें एक साथ मिला दिया और चंद्रमा की छोटी से छोटी डिटेल देखने के लिए तस्वीर को तेज कर दिया।”

प्रथम के अनुसार, उन्होंने पहले लेख पढ़े और कुछ यूट्यूब वीडियो देखे ताकि प्रोसेसिंग और इन छवियों को कैप्चर करने के तरीकों के बारे में जानकारी एकत्र की जा सके। उन्होंने ANI को बताया- “मैं एक एस्ट्रोफिजिसिस्ट बनना चाहता हूं और पेशेवर रूप से एस्टॉनोमी पढ़ना चाहता हूं, लेकिन एस्ट्रोफोटोग्राफी अभी मेरे लिए एक हॉबी है।”