AajTak : Apr 21, 2020, 05:37 PM
कोरोना वायरस से दुनिया में एक लाख 71 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कई देशों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कुल संक्रमित लोगों की संख्या 24 लाख 92 हजार से अधिक हो चुकी है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस ने सोमवार को चेतावनी दी है कि कोरोना महामारी का सबसे बुरा वक्त आना अभी बाकी है।
हर रोज कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं WHO प्रमुख ने स्विट्जरलैंड में एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा- 'हम पर भरोसा करें। कोरोना का सबसे बुरा वक्त अभी आगे है।' उन्होंने यह भी कहा कि हम सब इस त्रासदी को रोकें। कई लोग अब भी इस वायरस के बारे में समझ नहीं पाए हैं।डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस ने कहा- कृपया इस पर विचार करें कि जो व्यक्ति मर रहे हैं, वे कोई संख्या या आंकड़े नहीं हैं। सिर्फ एक जिंदगी भी कीमती होती है।घेब्रियेसुस ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे क्यों ऐसा सोचते हैं कि कोरोना का सबसे बुरा वक्त आना अभी बाकी है। हालांकि, कुछ दिन पहले घेब्रियेसुस और अन्य एक्सपर्ट ये चिंता जता चुके हैं कि अफ्रीका में भी कोरोना बड़े स्तर पर फैल सकता है जिससे अधिक तबाही हो सकती है।अफ्रीका के कई देश भयंकर गरीबी और हेल्थ केयर सिस्टम की कमी से बुरी तरह जूझ रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अफ्रीका के 10 देश ऐसे हैं जहां अस्पतालों में एक भी वेंटिलेटर नहीं हैं।न्यूज ब्रीफिंग में घेब्रियेसुस ने कोरोना वायरस महामारी की तुलना 1918 के स्पेनिश फ्लू से भी की। स्पेनिश फ्लू की गिनती मानव इतिहास की सबसे खतरनाक महामारियों में होती है। WHO प्रमुख ने स्पेनिश फ्लू से तुलना करते हुए यह भी कहा कि अब हमारे पास टेक्नोलॉजी है, हम इस तरह की त्रासदी को रोक सकते हैं।
हर रोज कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं WHO प्रमुख ने स्विट्जरलैंड में एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा- 'हम पर भरोसा करें। कोरोना का सबसे बुरा वक्त अभी आगे है।' उन्होंने यह भी कहा कि हम सब इस त्रासदी को रोकें। कई लोग अब भी इस वायरस के बारे में समझ नहीं पाए हैं।डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस ने कहा- कृपया इस पर विचार करें कि जो व्यक्ति मर रहे हैं, वे कोई संख्या या आंकड़े नहीं हैं। सिर्फ एक जिंदगी भी कीमती होती है।घेब्रियेसुस ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे क्यों ऐसा सोचते हैं कि कोरोना का सबसे बुरा वक्त आना अभी बाकी है। हालांकि, कुछ दिन पहले घेब्रियेसुस और अन्य एक्सपर्ट ये चिंता जता चुके हैं कि अफ्रीका में भी कोरोना बड़े स्तर पर फैल सकता है जिससे अधिक तबाही हो सकती है।अफ्रीका के कई देश भयंकर गरीबी और हेल्थ केयर सिस्टम की कमी से बुरी तरह जूझ रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अफ्रीका के 10 देश ऐसे हैं जहां अस्पतालों में एक भी वेंटिलेटर नहीं हैं।न्यूज ब्रीफिंग में घेब्रियेसुस ने कोरोना वायरस महामारी की तुलना 1918 के स्पेनिश फ्लू से भी की। स्पेनिश फ्लू की गिनती मानव इतिहास की सबसे खतरनाक महामारियों में होती है। WHO प्रमुख ने स्पेनिश फ्लू से तुलना करते हुए यह भी कहा कि अब हमारे पास टेक्नोलॉजी है, हम इस तरह की त्रासदी को रोक सकते हैं।