शिमला / शिमला में बर्तन धोते मिला गुजरात के करोड़पति कारोबारी का 19-वर्षीय लापता बेटा

गुजरात के करोड़पति तेल कारोबारी का 19-वर्षीय लापता बेटा द्वारकेश ठक्कर पुलिस को शिमला में बर्तन साफ करते मिला। 14 अक्टूबर को कॉलेज के लिए घर से निकला ठक्कर शिमला चला गया था और वहां सड़क किनारे होटल में काम करने लगा था। ठक्कर ने पुलिस को बताया कि उसने घर इसलिए छोड़ दिया क्योंकि उसे पढ़ाई पसंद नहीं थी।

AMAR UJALA : Nov 07, 2019, 09:55 AM
गुजरात के तेल कारोबारी का लापता बेटा शिमला में बर्तन धोता हुआ मिला। 14 अक्तूबर से बड़ोदरा जिले के पाडरा कस्बे से करोड़पति कारोबारी का बेटा द्वारकेश ठक्कर लापता हो गया था। सूचना के मुताबिक लापता युवक शिमला के एक होटल में कुछ दिनों से काम कर रहा था। 14 अक्टूबर को गुजरात के वडोदरा जिले के पाडरा कस्बे के करोड़पति तेल कारोबारी का बेटा द्वारकेश ठक्कर वसाड में अपने इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए घर से निकला था।

कॉलेज जाने के बजाय युवक रेल से शिमला पहुंच गया और यहां पर एक होटल में काम करने लगा। इसी दौरान होटल के मैनेजर ने युवक की वेरिफिकेशन करने के लिए इसके बताए पते पर संपर्क किया। इसमें गुजरात पुलिस की बात सुनकर मैनेजर हैरान रह गया। मैनेजर जिसे मजदूर समझ रहा था वह गुजरात के एक करोड़पति तेल कारोबारी का बेटा निकला और 14 अक्तूबर को इसके परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई थी। इसी बीच मैनेजर ने द्वारकेश की तस्वीर पुलिस वालों को भेजी। 

पुलिस ने इसको वेरिफाई किया और इंस्पेक्टर करमूर ने दो कांस्टेबल संजय सिंह गोहिल तथा भूपेंद्र सिंह महिडा से संपर्क किया। संयोग से यह दोनों कांस्टेबल शिमला में ही छुट्टियां मना रहे थे। इसके बाद दोनों तुरंत होटल पहुंचे लेकिन वहां द्वारकेश नहीं मिला।

इसके बाद सोमवार को एक टैक्सी ड्राइवर ने कांस्टेबल गोहिल को फोन कर जानकारी दी कि एक लड़का रोड के किनारे सो रहा है। इसके बाद दोनों मौके पर पहुंचे और द्वारकेश का आखिरकार पता चल गया। पुलिस ने परिजनों को द्वारकेश के मिलने की जानकारी दी जिसके बाद फ्लाइट से परिवार के लोग शिमला पहुंचे और द्वारकेश को वापस घर ले गए।

युवक की पढ़ने में नहीं थी दिलचस्पी

दरअसल द्वारकेश को पढ़ाई में दिलचस्पी नहीं थी लेकिन परिजन चाहते थे कि वह पढ़े। परिजनों के सामने अपनी क्षमता को साबित करना चाहता था। इस वजह से उसने एक ऐसा रास्ता चुना जिसकी कल्पना पुलिस ने भी नहीं की थी। घर से कॉलेज निकलने की बात कहकर वह शिमला भाग आया और यहां नौकरी के लिए उसने एक होटल में संपर्क किया।

इसके बाद होटल में बर्तन धोने का काम करने लगा। वहीं गुजरात पुलिस युवक को तलाश करती रही लेकिन इसका कोई पता नहीं चला। इसी बीच शिमला से आए एक होटल मैनेजर के फोन ने मामले को नया मोड़ दे दिया। होटल मैनेजर ने बताया कि 19 साल का एक युवक उनके होटल में बर्तन धोने का काम कर रहा है।