Vikrant Shekhawat : Jan 22, 2021, 11:11 AM
प्रतापगढ़. उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में कोहडौर कोतवाली इलाके के कांधरपुर चंद्रभान का पुरवा गांव में शराब पीने के बाद दो भट्ठा मजदूरों की मौत हो गई है. वहीं महिला समेत 5 भट्टा मजदूरों की हालत खराब है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आरोप है कि जहरीली शराब पीने से ये हादसा हुआ. हालांकि मामले में डीएम और सीएमओ का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह तय हो पाएगा कि मौत का असली वजह क्या थी?
जानकारी के अनुसार बता दें प्रतापगढ़ अवैध शराब कारोबार का गढ़ माना जाता रहा है. साल भर में अवैध शराब के कई जखीरे ट्रक भी बरामद हो चुका है. पता चला है कि ईट-भट्ठे पर छत्तीसगढ़ राज्य के 40 मजदूर मजदूरी करते हैं और अन्य राज्य के मजदूर भी मजदूरी करते है. इनमें से 45 मजदूरों ने बुधवार शाम को देशी शराब का सेवन किया था. गांव के एक शराब माफिया द्वारा ही मजदूरों ने शराब खरीद कर सेवन किया था.
शराब पीने के बाद भट्टा मजदूर लैल और रोहित की मौत हो गई जबकि महिला समेत 5 भट्टा मजदूर की हालत बिगड़ गई है. हालत बिगड़ने पर 5 मजदूरों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. वहीं शराब से हुई मौत की जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अमले को हुई तत्काल पुलिस ईंट-भट्ठे के पास पहुंची और जांच में जुट गई है. हालत बिगड़ने के बाद जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में चल रहे पांच भट्टा मजदूरों के इलाज की देखरेख स्वयं प्रतापगढ़ के सीएमओ डॉक्टर एके श्रीवास्तव की निगरानी में किया जा रहा है.
सीएमओ ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह तय हो पाएगा कि मौत का असली वजह क्या थी? लेकिन यदि ईंट-भट्टे के मुंशी दिनेश की बातों पर गौर करें तो 2 लोगों की मौत और पांच मजदूर की हालत बिगड़ने की वजह शराब थी, जो कि गांव के ही कुछ अवैध शराब विक्रेताओं द्वारा बेची जा रही थी.
हालांकि इस पूरे मामले की जांच प्रशासनिक अधिकारी भी करने की बात कह रहे हैं. पुलिस भट्टा मालिक मुन्ना पाण्डेय को हिरासत में लेकर कोतवाली में पूछताछ कर रही है. बता दें चार मजदूर छत्तीसगढ़ राज्य के रहने वाले हैं.
उधर शराब पीने से मौत की सूचना पर डीएम डॉ नितिन बंसल और एसपी शिवहरि मीणा भी जिला अस्पताल भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे. मेडिकल वार्ड में भर्ती बीमार मजदूरों से मामले में पूछताछ किया, जिसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए डीएम डॉ नितिन बंसल ने कहा कि 2 मजदूरों की मौत हो गई है, जबकि 2 मजदूर जिला अस्पताल में भर्ती है. उनका इलाज चल रहा है. भट्ठे पर स्वास्थ्य महकमे की टीम लगाई गई है. मजदूरों के स्वास्थ्य का परीक्षण कराया जा रहा है. डीएम ने कहा कि दोनों मृतक भट्टा मजदूरों के शव के पोस्टमार्टम के बाद मौत की असली वजह सामने आएगी.
जानकारी के अनुसार बता दें प्रतापगढ़ अवैध शराब कारोबार का गढ़ माना जाता रहा है. साल भर में अवैध शराब के कई जखीरे ट्रक भी बरामद हो चुका है. पता चला है कि ईट-भट्ठे पर छत्तीसगढ़ राज्य के 40 मजदूर मजदूरी करते हैं और अन्य राज्य के मजदूर भी मजदूरी करते है. इनमें से 45 मजदूरों ने बुधवार शाम को देशी शराब का सेवन किया था. गांव के एक शराब माफिया द्वारा ही मजदूरों ने शराब खरीद कर सेवन किया था.
शराब पीने के बाद भट्टा मजदूर लैल और रोहित की मौत हो गई जबकि महिला समेत 5 भट्टा मजदूर की हालत बिगड़ गई है. हालत बिगड़ने पर 5 मजदूरों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. वहीं शराब से हुई मौत की जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अमले को हुई तत्काल पुलिस ईंट-भट्ठे के पास पहुंची और जांच में जुट गई है. हालत बिगड़ने के बाद जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में चल रहे पांच भट्टा मजदूरों के इलाज की देखरेख स्वयं प्रतापगढ़ के सीएमओ डॉक्टर एके श्रीवास्तव की निगरानी में किया जा रहा है.
सीएमओ ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह तय हो पाएगा कि मौत का असली वजह क्या थी? लेकिन यदि ईंट-भट्टे के मुंशी दिनेश की बातों पर गौर करें तो 2 लोगों की मौत और पांच मजदूर की हालत बिगड़ने की वजह शराब थी, जो कि गांव के ही कुछ अवैध शराब विक्रेताओं द्वारा बेची जा रही थी.
हालांकि इस पूरे मामले की जांच प्रशासनिक अधिकारी भी करने की बात कह रहे हैं. पुलिस भट्टा मालिक मुन्ना पाण्डेय को हिरासत में लेकर कोतवाली में पूछताछ कर रही है. बता दें चार मजदूर छत्तीसगढ़ राज्य के रहने वाले हैं.
उधर शराब पीने से मौत की सूचना पर डीएम डॉ नितिन बंसल और एसपी शिवहरि मीणा भी जिला अस्पताल भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे. मेडिकल वार्ड में भर्ती बीमार मजदूरों से मामले में पूछताछ किया, जिसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए डीएम डॉ नितिन बंसल ने कहा कि 2 मजदूरों की मौत हो गई है, जबकि 2 मजदूर जिला अस्पताल में भर्ती है. उनका इलाज चल रहा है. भट्ठे पर स्वास्थ्य महकमे की टीम लगाई गई है. मजदूरों के स्वास्थ्य का परीक्षण कराया जा रहा है. डीएम ने कहा कि दोनों मृतक भट्टा मजदूरों के शव के पोस्टमार्टम के बाद मौत की असली वजह सामने आएगी.