Vikrant Shekhawat : Oct 05, 2023, 01:00 PM
Aam Aadmi Party: दिल्ली शराब घोटाला केस में ईडी की जांच अब राज्यसभा सांसद संजय सिंह के दरवाजे तक जा पहुंची है. बीते दिन एजेंसी ने घंटों उनसे पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है. कल की सुनवाई में बेंच ने पूछा था कि आखिर आम आदमी पार्टी को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया है? इसपर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए जिम्मेदार एजेंसी ने कानूनी एक्सपर्ट की राय लेना शुरू कर दी है.प्रवर्तन निदेशालय इस बारे में सुप्रीम कोर्ट को सूचित करने वाला है कि आम आदमी पार्टी पर भी एक्शन लिया जा सकता है. पार्टी को एक आरोपी के तौर पर शामिल किया जा सकता है. चार्जशीट फाइल करने के दरमियान आप को एक आरोपी बनाया जा सकता है. आम सांसद संजय सिंह को एजेंसी ने लंबी पूछताछ के बाद अरेस्ट किया. इससे पहले संजय सिंह के घर पर घंटों रेड चली.संजय सिंह की नीति बनाने से लेकर बनाने तक में भूमिकाजांच एजेंसी का दावा है कि इस पूरे केस में संजय सिंह की अहम भूमिका है. उन्होंने शराब नीति बनाने से लेकर इसे लागू करने तक में भूमिका अदा की है. हालांकि, अब शराब नीति को वापस ले लिया गया है लेकिन इस केस की जांच में आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता नप चुके हैं. इसी केस के संबंध में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं. अब संजय सिंह भी ईडी की हिरासत में हैं. आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जा सकता है. मई महीने में एजेंसी ने अपनी एक चार्जशीट में संजय सिंह और मनीष सिसोदियों को रेस्तरां के मालिक दिनेश अरोड़ा का करीबी पाया था.ईडी कैसे आम आदमी पार्टी को बनाएगी आरोपी?सुप्रीम कोर्ट में आज ईडी बताएगी कि शराब नीति आम आदमी पार्टी को आरोपी बना सकती या फिर नहीं. किसी भी राजनीतिक दल को आरोपी के तौर पर ठीक उसी तरह शामिल किया जा सकता है जैसे किसी निजी कंपनी को किया जाता है. क्योंकि राजनीतिक दल एक लीगल एंटिटी है. पार्टी के आरोपी बनाए जाने पर उसकी कोर कमेटी के सदस्य जांच के दायरे में आ जाएंगे जो विधानमंडल या कैबिनेट मंत्रियों से अलग होते हैं. ईडी की जांच का दायरा बढ़ जाएगा. पार्टी पर आर्थिक जुर्माना लगाया जा सकता है. माना जा रहा है कि घोटाले का फायदा आम आदमी पार्टी को भी हुआ है.