Vikrant Shekhawat : Mar 30, 2022, 08:54 AM
अब मरीजों के लिए सरकारी अस्पतालों में दस्तावेज साथ लाने का झंझट खत्म हो जाएगा। अपॉइंटमेंट लेते वक्त ही मरीज का आभा (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) खाता खुल जाएगा जिसके जरिए इलाज से संबंधित सभी दस्तावेजों का रिकार्ड सुरक्षित रहेगा। इसमें अपॉइंटमेंट के अलावा डॉक्टर के पर्चेे, जांच और उसकी रिपोर्ट, इलाज के लिए भुगतान और दवा इत्यादि के बिल व पर्चियों का पूरा ब्यौरा उपलब्ध रहेगा। हालांकि यह खाता तभी खुल सकता है जब ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेते वक्त रोगी इसकी प्रक्रिया आगे बढ़ाएगा।देश के लगभग सभी बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों को आपस में जोड़ा गया है। इसमें देशभर के सभी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भी शामिल हैं। प्रत्येक खाताधारकों को 14 अंक का एक यूनिक नंबर दिया जा रहा है जो आभा कार्ड पर फोटो के साथ मौजूद रहेगा। पहले हेल्थ आईडी के नाम से थी योजनाकुछ समय पहले तक हेल्थ आईडी नाम से इस योजना के बारे में जाना जाता था लेकिन अब इसके नाम में परिवर्तन करते हुए इसे आभा नाम दिया है। यह योजना किसी भी तरह के स्वास्थ्य बीमा की सुविधा नहीं देती है। खास बातें
- दस्तावेज साथ ले जाने का झंझट खत्म
- आभा आईडी के जरिए भी रोगी को मिल सकेगा ऑनलाइन अपॉइंटमेंट
- अपॉइंटमेंट, जांच, पेमेंट और दवाओं इत्यादि का होगा पूरा ब्यौरा
- आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस के जरिए खुलवा सकेंगे खाता
- अस्पतालों के सभी विभाग और डॉक्टरों को नेटवर्क से जोड़ा गया है। अगर कोई रोगी वीडियो कॉल पर भी चिकित्सीय परामर्श चाहता है तो वह भी संभव हो पाएगा। डॉक्टरों के पास इसके लिए बकायदा टैब/कंप्यूटर या फिर लैपटॉप उपलब्ध है।
- जल्द ही प्राइवेट जांच केंद्रों को भी जोड़ दिया जाएगा।
- प्राइवेट अस्पतालों को भी नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए आयुष्मान भारत योजना के नेटवर्क में शामिल अस्पतालों का प्रयोग किया जा सकता है।