कोरोना ने पकड़ी रफ्तार / सक्रिय केस 14 हजार के पार पहुंचे, 24 घंटे में 54 लोगों ने दम तोड़ा

देश में कोरोना एक बार फिर सिर उठाता नजर आ रहा है। बीते 24 घंटे में 2451 नए संक्रमित मिले हैं। सक्रिय केस भी बढ़कर 14 हजार से ज्यादा हो गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 54 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ा। इसके साथ ही कुल मृतक संख्या बढ़ 5,22,116 हो गई है। नए बीते कुछ दिनों से नए संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है।

Vikrant Shekhawat : Apr 22, 2022, 10:03 AM
देश में कोरोना एक बार फिर सिर उठाता नजर आ रहा है। बीते 24 घंटे में 2451 नए संक्रमित मिले हैं। सक्रिय केस भी बढ़कर 14 हजार से ज्यादा हो गए। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 54 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ा। इसके साथ ही कुल मृतक संख्या बढ़ 5,22,116 हो गई है। नए बीते कुछ दिनों से नए संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। नए केस मिलने के साथ ही सक्रिय केस बढ़कर 14,241 हो गए हैं। 

गुरुवार को 2380 नए संक्रमित मिले थे और 56 कोरोना मरीजों की मौत हुई थी। इनमें 53 पुरानी मौत केरल राज्य से बताई गई थी। देश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 4,30,52,425 हो गई। गुरुवार को सक्रिय मामले 13,433 थे। शुक्रवार को इनमें 808 की बढ़ोतरी हुई। 54 और मौतों के साथ कुल मृतक संख्या 5,22,116 हो गई है। 

देश में सक्रिय केस कुल केस की तुलना में 0.03 फीसदी हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि कोरोना रिकवरी रेट 98.75 फीसदी पर कायम है। 

ओमिक्रॉन के दो नहीं, आठ नए वैरिएंट का पता चला

देश के कुछ राज्यों में बढ़ते संक्रमण के बीच ओमिक्रॉन के दो नहीं बल्कि आठ नए वैरिएंट का पता चला है। इनमें से एक स्वरूप देश की राजधानी में भी मिला है जिसकी पड़ताल इन्साकॉग और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के वैज्ञानिकों ने शुरू की है। 

जानकारी मिली है कि यह वैरिएंट हाल ही में विदेश यात्रा से दिल्ली लौटे एक कोरोना संक्रमित मरीज में मिला है। चूंकि इसकी आनुवांशिक संरचना मौजूदा वैरिएंट की तुलना में एक दम अलग है। इसलिए दिल्ली की ओर से आगे की जांच के लिए इसे इन्साकॉग को भेजा है।

इन्साकॉग के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोरोना वायरस के मौजूदा स्वरूप और उनकी आनुवांशिक संरचना के साथ जब इसका मिलान किया गया तो यह बीए.2.12.1 म्यूटेशन से मिलता जुलता है। हालांकि इसके जन स्वास्थ्य पर प्रभावों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसलिए लोगों को फिलहाल घबराने की आवश्यकता नहीं है।