Mohammed Shami: बेंगलुरु में खेले गए टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को 8 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए इस मुकाबले के आखिरी दिन, न्यूजीलैंड ने 107 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। इस हार के बाद भारतीय टीम के प्रदर्शन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, खासकर तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के प्रदर्शन को लेकर, जो दोनों पारियों में कुछ खास नहीं कर पाए। इस बीच, भारतीय प्रशंसकों ने अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की कमी को महसूस किया, जो पिछले एक साल से चोट के कारण टीम से बाहर हैं।
शमी का मैदान में अभ्यास
भारतीय टीम की हार के बावजूद, मोहम्मद शमी ने मैच खत्म होते ही अपनी फिटनेस की जांच के लिए मैदान में अभ्यास किया। जहां टीम इंडिया के अन्य खिलाड़ी हार के बाद ड्रेसिंग रूम में थे, वहीं प्रसिद्ध कृष्णा, अक्षर पटेल और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी मैदान पर आकर प्रैक्टिस कर रहे थे, जो इस टेस्ट का हिस्सा नहीं थे। उनके बाद शमी ने पिच पर आकर अपनी गेंदबाजी का मोर्चा संभाला।रिपोर्ट्स के मुताबिक, शमी ने टखने और घुटने की चोट से उबरने के बाद बिना किसी परेशानी के पूरी रफ्तार से गेंदबाजी की। टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच मॉर्ने मॉर्कल शमी के इस अभ्यास सत्र पर नजर रखे हुए थे, जबकि असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर उनके सामने बल्लेबाजी कर रहे थे। शमी ने नायर को अपनी गेंदबाजी से काफी परेशान किया, जिससे उनके प्रदर्शन में बेहतरी के संकेत मिले। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शमी का यह सेशन करीब एक घंटे तक चला, जिसमें उन्होंने बाएं पैर पर पट्टी बांधी हुई थी, जो उनके घुटने की सूजन को देखते हुए लगाई गई थी।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले राहत की उम्मीद?
शमी के इस अभ्यास सत्र ने भारतीय फैंस और टीम प्रबंधन को थोड़ी राहत दी है। हालांकि, उनकी फिटनेस की सटीक स्थिति का आकलन बीसीसीआई की मेडिकल टीम ही कर सकती है। शमी पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के दौरान टखने में लगी चोट के बाद से बाहर चल रहे हैं। इस साल की शुरुआत में उनकी सर्जरी भी हुई थी और तब से वे रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं। उम्मीद की जा रही थी कि वे रणजी ट्रॉफी से वापसी करेंगे और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेल सकते हैं, लेकिन उनके बाएं घुटने की सूजन ने इस उम्मीद को कमजोर कर दिया।अब भारतीय टीम की नजरें अगले महीने होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टिकी हैं, और उम्मीद की जा रही है कि शमी उस दौरे से पहले पूरी तरह फिट हो जाएंगे। उनकी वापसी भारतीय तेज आक्रमण के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है, खासकर जब सिराज जैसे गेंदबाज उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं।
निष्कर्ष
टीम इंडिया के लिए बेंगलुरु टेस्ट में मिली हार एक बड़ा झटका है, लेकिन मोहम्मद शमी की मैदान पर प्रैक्टिस ने फैंस को थोड़ी उम्मीद दी है। शमी की फिटनेस में सुधार टीम इंडिया के लिए आने वाले चुनौतीपूर्ण ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले बेहद अहम हो सकता है। उनके अनुभव और कौशल की भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को सख्त जरूरत है, और फैंस अब उनकी जल्द से जल्द वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।