Mohammed Shami: टीम इंडिया के घातक गेंदबाज मोहम्मद शमी की आखिरकार लंबे समय बाद मैदान पर वापसी हो गई है। इंटरनेशनल क्रिकेट में लौटने के लिए उन्हें अभी थोड़ा इंतजार करना होगा, लेकिन रणजी ट्रॉफी के मैच में बंगाल की टीम का हिस्सा बनकर वे अपनी फिटनेस और फॉर्म को परखने के लिए तैयार हैं। बंगाल और मध्यप्रदेश के बीच शुरू हुए इस मैच में सभी की नजरें शमी पर टिकी हैं, क्योंकि यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे उसी लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी कर पाते हैं, जिसके लिए वे जाने जाते हैं।
लगभग एक साल बाद मैदान पर वापसी
मोहम्मद शमी की यह वापसी उनके प्रशंसकों के लिए बेहद खास है। साल 2023 के वनडे वर्ल्ड कप के बाद से उन्होंने कोई मैच नहीं खेला था, और इस अंतराल के दौरान उनकी फिटनेस और फॉर्म पर सवाल उठने लगे थे। रणजी ट्रॉफी में उनकी वापसी इस ओर इशारा करती है कि वे अपने पुराने अंदाज में फिर से लौट रहे हैं। अगर वे बंगाल की ओर से खेलते हुए अच्छी गेंदबाजी करते हैं, तो टीम इंडिया में वापसी का रास्ता भी जल्द ही खुल सकता है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में शमी की भूमिका
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज शुरू होने वाली है, जिसमें शमी की एंट्री बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। हालांकि पहला टेस्ट वह नहीं खेल पाएंगे, लेकिन 6 दिसंबर से शुरू होने वाले पिंक बॉल टेस्ट में शमी की वापसी की उम्मीद जताई जा रही है। पहले और दूसरे टेस्ट के बीच टीम इंडिया को पीएम इलेवन के साथ एक वार्मअप मैच भी खेलना है, जो शमी के लिए अच्छा मौका हो सकता है। यदि शमी अपनी फिटनेस साबित कर देते हैं, तो बीसीसीआई उन्हें जल्द ही ऑस्ट्रेलिया भेजने पर विचार कर सकती है।
शमी की अहमियत और ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर उनका जलवा
ऑस्ट्रेलिया की तेज और उछालभरी पिचों पर भारतीय टीम को ऐसे अनुभवी तेज गेंदबाज की जरूरत है, जो विपक्षी टीम के बड़े बल्लेबाजों को चुनौती दे सके। जसप्रीत बुमराह के अलावा, शमी का अनुभव और स्विंग गेंदबाजी की क्षमता टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। उनकी सटीक लाइन और लेंथ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती हैं। शमी की फिटनेस और फॉर्म अगर रणजी ट्रॉफी में साबित होती है, तो टीम इंडिया को एक ऐसा गेंदबाज मिल जाएगा जो ऑस्ट्रेलिया में अकेले दम पर मैच जिताने का माद्दा रखता है।
टीम इंडिया की उम्मीदें
टीम इंडिया के फैंस और चयनकर्ता दोनों ही शमी के प्रदर्शन पर नजरें गड़ाए हुए हैं। उन्हें उम्मीद है कि शमी जल्द ही इंटरनेशनल क्रिकेट में लौटेंगे और ऑस्ट्रेलिया की तेज पिचों पर अपने पुराने घातक अंदाज में दिखाई देंगे। इस समय टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी अटैक में बुमराह के अलावा कोई ऐसा पेसर नहीं है जो मैच को अकेले खींच सके, और शमी की वापसी इस कमी को पूरा कर सकती है। उनके आने से भारतीय पेस अटैक में एक नई धार आ जाएगी, और टीम की जीत की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।इस तरह रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करके शमी न सिर्फ अपनी फिटनेस को साबित कर सकते हैं, बल्कि भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे में जीत की उम्मीदों को भी बल दे सकते हैं।