Dainik Bhaskar : Sep 02, 2019, 10:01 PM
नई दिल्ली. भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की ताकत में और अधिक इजाफा होने जा रहा है। वायुसेना मंगलवार को 8 अमेरिकी अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर अपने बेड़े में शामिल करेगी। एएच-64ई हेलिकॉप्टर्स को शामिल करने वाला भारत 14वां देश है।
पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर होगी इंडक्शन सेरेमनीवायुसेना के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर 3 सितंबर को इंडक्शन सेरेमनी होगी और यहां एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की मौजूदगी में इन हेलिकॉप्टर्स को वायुसेना में शामिल किया जाएगा। आईएएफ ने सितंबर 2015 में अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ 22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने की डील की थी। इस डील के चार साल बाद 4 अपाचे हेलिकॉप्टर 27 जुलाई को भारत को सौंपे जा चुके हैं। यह हिंडन एयरबेस पर हैंडओवर किए गए थे।वायुसेना के अलावा रक्षा मंत्रालय ने सेना के लिए युद्धक तकनीक और उपकरणों से लैस 8 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने का फैसला लिया था। बोइंग के साथ यह डील 4168 करोड़ रु में हुई थी। इन हेलिकॉप्टर्स की डिलिवरी के बाद भारत की पहली युद्धक हेलिकॉप्टर की फ्लीट तैयार हो जाएगी। 2020 तक वायुसेना के पास 22 अपाचे हेलिकॉप्टर्स होंगे। भारत को दिए जाने वाले अपाचे हेलिकॉप्टर्स ने जुलाई 2018 में सफलतापूर्वक अपनी पहली उड़ान भरी थी। 2018 में ही आईएएफ के क्रू मेंबर्स ने अमेरिका में अपाचे उड़ाने की ट्रेिनंग शुरू कर दी थी। अपाचे दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक वाले युद्धक हेलिकॉप्टर हैं और इनका इस्तेमाल अमेरिकी सेना करती है। यह मल्टीरोल कॉम्बैट हेलिकॉप्टर हैं। बोइंग अब तक पूरी दुनिया के देशों को 2200 अपाचे हेलिकॉप्टर बेच चुकी है।
पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर होगी इंडक्शन सेरेमनीवायुसेना के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर 3 सितंबर को इंडक्शन सेरेमनी होगी और यहां एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की मौजूदगी में इन हेलिकॉप्टर्स को वायुसेना में शामिल किया जाएगा। आईएएफ ने सितंबर 2015 में अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ 22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने की डील की थी। इस डील के चार साल बाद 4 अपाचे हेलिकॉप्टर 27 जुलाई को भारत को सौंपे जा चुके हैं। यह हिंडन एयरबेस पर हैंडओवर किए गए थे।वायुसेना के अलावा रक्षा मंत्रालय ने सेना के लिए युद्धक तकनीक और उपकरणों से लैस 8 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने का फैसला लिया था। बोइंग के साथ यह डील 4168 करोड़ रु में हुई थी। इन हेलिकॉप्टर्स की डिलिवरी के बाद भारत की पहली युद्धक हेलिकॉप्टर की फ्लीट तैयार हो जाएगी। 2020 तक वायुसेना के पास 22 अपाचे हेलिकॉप्टर्स होंगे। भारत को दिए जाने वाले अपाचे हेलिकॉप्टर्स ने जुलाई 2018 में सफलतापूर्वक अपनी पहली उड़ान भरी थी। 2018 में ही आईएएफ के क्रू मेंबर्स ने अमेरिका में अपाचे उड़ाने की ट्रेिनंग शुरू कर दी थी। अपाचे दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक वाले युद्धक हेलिकॉप्टर हैं और इनका इस्तेमाल अमेरिकी सेना करती है। यह मल्टीरोल कॉम्बैट हेलिकॉप्टर हैं। बोइंग अब तक पूरी दुनिया के देशों को 2200 अपाचे हेलिकॉप्टर बेच चुकी है।