Vikrant Shekhawat : Nov 17, 2024, 06:40 PM
Delhi AQI Index: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उससे सटे एनसीआर (नेशनल कैपिटल रीजन) की हवा इन दिनों जहरीली होती जा रही है। पहले से ही खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ने रविवार को गंभीर स्थिति को पार कर लिया। दोपहर बाद AQI का स्तर 460 तक पहुंच गया, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक श्रेणी में आता है। इस प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
गंभीर वायु प्रदूषण के कारण
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक 15.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह में धूप खिली थी, लेकिन दोपहर होते-होते स्मॉग के घने परतों ने सूरज को ढंक लिया। स्मॉग की इस चादर के कारण वातावरण में प्रदूषक तत्वों की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई।AQI का मतलब और प्रभाव
AQI (Air Quality Index) के अनुसार:- 0-50: अच्छा
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बेहद खराब
- 401-500: गंभीर
स्वास्थ्य पर पड़ने वाला प्रभाव
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों, खासकर गाजियाबाद और नोएडा में, लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन की शिकायतें हो रही हैं। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि इस स्थिति में बच्चों, बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए। बाहर निकलने से बचें और इंडोर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।कोहरा और तापमान की भूमिका
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान किया है कि रविवार की रात और सोमवार की सुबह कोहरा छाया रहेगा। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। कोहरे की वजह से प्रदूषण के कण वायुमंडल में फंस जाते हैं, जिससे वायु गुणवत्ता और खराब हो जाती है।स्कूलों की बंदी और बचाव के उपाय
स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कुछ जिलों में प्राथमिक स्कूलों को बंद कर दिया गया है। साथ ही, विशेषज्ञों ने मास्क पहनने, बाहर की गतिविधियों को सीमित करने और घर में वायु गुणवत्ता को सुधारने के उपाय अपनाने की सलाह दी है।सरकार और जनता के लिए सुझाव
- सरकार: सड़कों पर पानी का छिड़काव, निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध और वाहनों के उपयोग को सीमित करने जैसे उपाय लागू करें।
- जनता: निजी वाहनों की जगह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें, कार पूलिंग को अपनाएं और कचरे को न जलाएं।