News18 : Jan 01, 2020, 12:00 PM
नई दिल्ली। जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के तौर पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे। जनरल रावत बुधवार से CDS का कार्यभार संभालेंगे। गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान CDS रावत के साथ थल सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे, एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया और नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर से पहले CDS रावत राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद रावत ने कहा,'तीनों सेनाएं एक टीम के तौर पर काम करेंगी। हमें एकीकरण को बढ़ाना होगा और बेहतर संसाधन प्रबंधन करना होगा। ' उन्होंने कहा कि हम किसी देश के सिस्टम को कॉपी नहीं करेंगे। एक सवाल के जवाब में रावत ने कहा कि प्लान पूरी दुनिया को नहीं बताया जाता। राजनीतिक झुकाव से जुड़े आरोप पर सीडीएस रावत ने कहा कि हम राजनीति से बहुत दूर रहते हैं। सत्ता में जो सरकार होती है उसके निर्देशों के अनुसार काम करना होगा। सीडीएस को सेवा के भीतर और तीन सेवाओं के बीच तटस्थ रहना होगा।
CDS नियुक्त किए गए रावतपूर्व सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को सोमवार को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया। सीडीएस का काम सेना, नौसेना और वायुसेना के कामकाज में बेहतर तालमेल लाने के साथ ही देश की सैन्य ताकत को मजबूत करना होगा। सीडीएस के पद पर जनरल रावत की नियुक्ति 31 दिसंबर से प्रभावी हुई। जनरल रावत ने 31 दिसंबर 2016 को सेना प्रमुख का पद संभाला था। वह मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए। सेना प्रमुख बनने से पहले वह पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा, चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा और पूर्वोत्तर में विभिन्न संचालनात्मक जिम्मेदारियां संभाल चुके थे। रक्षा मंत्रालय ने कहा था, 'सरकार ने जनरल रावत को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त करने का फैसला किया है, जो 31 दिसंबर से अगले आदेश तक प्रभावी होगा। जनरल रावत की सेवा अवधि 31 दिसंबर से तब तक के लिए बढ़ाई जाती है, जब तक वह सीडीएस कार्यालय में रहेंगे। '
CDS नियुक्त किए गए रावतपूर्व सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को सोमवार को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया। सीडीएस का काम सेना, नौसेना और वायुसेना के कामकाज में बेहतर तालमेल लाने के साथ ही देश की सैन्य ताकत को मजबूत करना होगा। सीडीएस के पद पर जनरल रावत की नियुक्ति 31 दिसंबर से प्रभावी हुई। जनरल रावत ने 31 दिसंबर 2016 को सेना प्रमुख का पद संभाला था। वह मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए। सेना प्रमुख बनने से पहले वह पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा, चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा और पूर्वोत्तर में विभिन्न संचालनात्मक जिम्मेदारियां संभाल चुके थे। रक्षा मंत्रालय ने कहा था, 'सरकार ने जनरल रावत को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त करने का फैसला किया है, जो 31 दिसंबर से अगले आदेश तक प्रभावी होगा। जनरल रावत की सेवा अवधि 31 दिसंबर से तब तक के लिए बढ़ाई जाती है, जब तक वह सीडीएस कार्यालय में रहेंगे। '