Vikrant Shekhawat : May 24, 2021, 04:41 PM
कर्नाटक में बेंगलुरु के आसमान में आज एक अद्भुत खगोलीय नजारा देखने को मिला। सूरज के चारों और एक गोला बन गया, जिसे वैज्ञानिक सोलार हालो या सोलार रिंग कहते हैं। सूर्य के चारों ओर इस गोले को देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गए। लोग सोलार रिंग को अपने कैमरे कैद करने लगे। जानें ये सोलार किंग क्या होता है और ये कैसे बनता है।
बता दें कि सोलार रिंग बादलों की वजह से बनता है। हल्के बादलों में बर्फ के छोटे-छोटे कण मौजूद होते हैं, जब सूर्य की किरणें इन बर्फ के कणों पर पड़ती है तो किरणें छितरने लगती हैं और जब एक कोण पर वांछित किरणें स्पिल्ट होती हैं तो सूर्य के चारों ओर एक गोला सा बन जाता है, जिसे सोलार हालो कहा जाता है।जान लें कि बेंगलुरु में आज मौसम साफ है। धूप निकली है। आसमान में सफेद बादल हैं। इस बीच सूर्य के चारों एक गोला बन जाता है।आसमान में अद्भुत खगोलीय नजारा देखकर लोग खुश हो गए और कैमरे से इसकी फोटो खींचने लगे। इस फोटो में तो सूर्य के चारों बना गोला इंद्रधनुष की तरह दिख रहा है। इसमें सात रंग दिखाई दे रहे हैं
बता दें कि सोलार रिंग बादलों की वजह से बनता है। हल्के बादलों में बर्फ के छोटे-छोटे कण मौजूद होते हैं, जब सूर्य की किरणें इन बर्फ के कणों पर पड़ती है तो किरणें छितरने लगती हैं और जब एक कोण पर वांछित किरणें स्पिल्ट होती हैं तो सूर्य के चारों ओर एक गोला सा बन जाता है, जिसे सोलार हालो कहा जाता है।जान लें कि बेंगलुरु में आज मौसम साफ है। धूप निकली है। आसमान में सफेद बादल हैं। इस बीच सूर्य के चारों एक गोला बन जाता है।आसमान में अद्भुत खगोलीय नजारा देखकर लोग खुश हो गए और कैमरे से इसकी फोटो खींचने लगे। इस फोटो में तो सूर्य के चारों बना गोला इंद्रधनुष की तरह दिख रहा है। इसमें सात रंग दिखाई दे रहे हैं