Russia Vs America / अपने नागरिकों से बोला अमेरिका- तुरंत छोड़ दें रूस, दुनिया में मच गई खलबली

यूक्रेन युद्ध के कारण अमेरिका ने अपने नागरिकों को जल्द से जल्द रूस छोड़ने का फरमान दे दिया है. अमेरिका को डर है कि रूस की कानून प्रवर्तन एजेंसियां अमेरिकी नागरिकों की गिरफ्तारी या उत्पीड़न कर सकती हैं. मॉस्को स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा, 'रूस में रह रहे या घूमने आए अमेरिकी नागरिक तुरंत देश छोड़ दें. गलत तरीके से हिरासत में लिए जाने के जोखिम के कारण अधिक सावधानी बरतें.' एम्बेसी ने कहा, 'रूस का दौरा न करें.'

Vikrant Shekhawat : Feb 13, 2023, 04:45 PM
Russia Vs America: यूक्रेन युद्ध के कारण अमेरिका ने अपने नागरिकों को जल्द से जल्द रूस छोड़ने का फरमान दे दिया है. अमेरिका को डर है कि रूस की कानून प्रवर्तन एजेंसियां अमेरिकी नागरिकों की गिरफ्तारी या उत्पीड़न कर सकती हैं. मॉस्को स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा, 'रूस में रह रहे या घूमने आए अमेरिकी नागरिक तुरंत देश छोड़ दें. गलत तरीके से हिरासत में लिए जाने के जोखिम के कारण अधिक सावधानी बरतें.' एम्बेसी ने कहा, 'रूस का दौरा न करें.'

अमेरिका ने बार-बार अपने नागरिकों से रूस छोड़ने के लिए कहा है. ऐसी ही चेतावनी पिछले साल सितंबर में तब जारी की गई थी, जब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आंशिक लामबंदी का आदेश दिया था. एम्बेसी ने कहा, 'रूसी सुरक्षा सेवाओं ने फर्जी आरोप लगाकर अमेरिकी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. उनको हिरासत में रखा गया और उत्पीड़न भी किया गया. न तो उनके साथ पारदर्शी बर्ताव किया गया और बिना ठोस सबूत पेश किए उनको दोषी ठहरा दिया गया. एम्बेसी ने कहा, 'रूसी अधिकारियों ने मनमाने ढंग से अमेरिकी नागरिक धार्मिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ स्थानीय कानूनों को लागू किया है और धार्मिक गतिविधियों में लगे अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ संदिग्ध आपराधिक जांच शुरू की है.'

रूस ने लुहांस्क में तेज किए हमले

बीते दिनों यूक्रेन के एक बड़े अधिकारी ने कहा था कि रूसी सेना ने एक हफ्ते में पूर्वी लुहांस्क क्षेत्र में हमले तेज कर दिए हैं. लुहांस्क के गवर्नर सेर्ही हैदाई ने कहा था कि अधिकारियों ने कुप्यांस्क और लाइमैन शहरों के पास रूसी अभियानों में इजाफा देखा है. गवर्नर ने कहा कि रूस लुहांस्क में आक्रामक स्थिति में है, हालांकि अब तक अधिक सफलता नहीं मिली है. हैदई की यह टिप्पणी उसके दो दिन बाद आई है, जब उसने दावा किया था कि 15 फरवरी को मास्को की ओर से एक आक्रामक योजना के हिस्से के रूप में रूसी सैनिकों को युद्धग्रस्त देश के पूर्वी क्षेत्र में भेजा जा रहा है.

तैनात किए जा रहे रिजर्व सैनिक

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा था कि हम देख रहे हैं कि अधिक से अधिक रिजर्व सैनिक हमारी दिशा में तैनात किए जा रहे हैं. मॉस्को के आक्रमण के लगभग एक साल बाद, अनुमानित 3,00,000 रूसी आरक्षित सैनिकों को हाल के महीनों में पूर्व में यूक्रेन की फ्रंट लाइन को तोड़ने के प्रयास में भर्ती किया गया है, बखमुत के प्रमुख शहर पर कब्जा करने से रूसी सेना को क्रामटोरस्क और स्लोव्यांस्क के बड़े शहरों की ओर बढ़ने में मदद मिल सकती है.

पिछले कुछ महीनों से यूक्रेन रूसी आक्रमण की चेतावनी दे रहा है, जो 24 फरवरी से शुरू हो सकता है, जो मास्को के आक्रमण की पहली सालगिरह है. यूक्रेनी राष्ट्रपति ब्लादिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में पहले लंदन और पेरिस की अपनी यात्रा के बाद ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के नेताओं से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने चल रहे आक्रमण के बीच यूक्रेन की युद्ध क्षमताओं को बढ़ावा देने के प्रयास में अधिक लड़ाकू जेट विमानों को भेजने के लिए कहा था.