अमेरिका / अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के सभी मरीजों को दी जा सकती है रेमडेसिविर

अब अमेरिका में भी कोरोना के मरीजों को रेमडेसिविर की दवा दी जाएगी। अमेरिका का नियामक संस्था ने वहां के अस्पतालों में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए इस दवा के लिए अनुमित दे दी है। दवा निर्माता कंपनी गिलियड साइंसेज ने इस बारे में जानकारी दी है। बता दें कि अब तक यह दवा कोरोना से संक्रमित मरीजों के गंभीर मरीजों को ही दी जाती थी।

AMAR UJALA : Aug 29, 2020, 02:53 PM
Coronavirus: अब अमेरिका में भी कोरोना के मरीजों को रेमडेसिविर की दवा दी जाएगी। अमेरिका का नियामक संस्था ने वहां के अस्पतालों में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए इस दवा के लिए अनुमित दे दी है। दवा निर्माता कंपनी गिलियड साइंसेज ने इस बारे में जानकारी दी है।

कंपनी का कहना है कि खाद्य और दवा प्रशासन (एफडीए) ने इस आपातकालीन स्थिति में कोरोना के इलाज के लिए इस्तेमाल की जा रही दवा रेमडेसिविर के प्रयोग का दायरा बढ़ा दिया है। अब अमेरिका के डॉक्टर अस्पताल में भर्ती मरीजों को इस दवा को लेने की सलाह दे सकेंगे।

बता दें कि अब तक यह दवा कोरोना से संक्रमित मरीजों के गंभीर मरीजों को ही दी जाती थी। कैलिफोर्निया में फोस्टर सिटी स्थित गिलियड साइंसेज ने इस दवा को मंजूरी देने के लिए दस अगस्त को एफडीए में आवेदिन किया था और यह दवा अमेरिका में वेक्लुरि के नाम से बेची जाएगी। 

अस्पताल में भर्ती मरीजों पर हाल ही में एक सरकारी अध्ययन और गिलियड की ओर से एक सप्ताह पहले प्रकाशित अध्ययन किया गया था। इसके आधार पर आपातकालीन स्थिति में ही इस दवा के इस्तेमाल के दायरे को बढ़ाने की मंजूरी दी जा रही है। 

गिलियड के अध्ययन में पाया गया कि कोविड-19 से ग्रस्त जिन मरीजों को पांच दिन तक रेमडेसिविर दवा दी गई उनमें ठीक होने की संभावना 65 प्रतिशत ज्यादा थी।