Vikrant Shekhawat : Jun 13, 2023, 05:50 PM
Cyclone Biporjoy: भारतीय मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि चक्रवाती तूफान बिपारजॉय धीरे-धीरे तट की ओर बढ़ रहा है. विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान 10 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है. फिलहाल गुजरात के पोरबंदर तट से इसकी दूरी 250 किमी से ज्यादा है. हालांकि, उम्मीद जताई जा रही है कि ये Cyclone Biporjoy गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र के साथ-साथ पाकिस्तान के तटों से गुरुवार को टकरा सकता है. आइए बिपारजॉय तूफान से जुड़े आपको लेटेस्ट अपडेट्स बताते हैं.
- भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में चक्रवात की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान होने की संभावना जताई गई है. तूफान की वजह से 125-135 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने वाली हैं.
- तूफानी लहरों के बीच गुजरात में ओखा से 20 समुद्री मील की दूरी पर स्थित एक ऑयल ड्रिलिंग रिग में काम करने वाला स्टाफ फंस गया था, जिन्हें बचाने के लिए इंडियन कोस्ट गार्ड ने रेस्क्यू ऑपरेशन किया. उन्हें ध्रुव हेलिकॉप्टर के जरिए बाहर निकाला गया.
- चक्रवाती तूफान बिपारजॉय को ध्यान में रखते हुए गुजरात के कई बंदरगाहों को बंद कर दिया गया है. कोस्ट गार्ड नाविकों और तटों के किनारे रहने वाले लोगों को तट से दूर रहने की सलाह दे रही है. मछुआरों को भी तट से दूर रहने को कहा गया है.
- तूफान से होने वाले नुकसान को कम से कम करने के लिए एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है. एनडीआरएफ की टीमों ने निचले इलाके में रहने वाले लोगों को बाहर निकाला है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
- बिपारजॉय को देखते हुए भारतीय मौसम विभाग ने सौराष्ट्र, कच्छ के तटीय क्षेत्रों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. तूफान की वजह से इन इलाकों में भारी बारिश होने वाली है. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद बारिश से निपटने की तैयारी की जा रही है.
- गुजरात के तट के समीप 5 किलोमीटर के दायरे में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बाहर निकाला गया है. अभी तक राज्य के तटीय इलाकों से 20,580 लोगों को बाहर निकालकर राहत कैंपों में भेजा गया है.
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवात को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने निर्देश दिया कि राशन से लेकर मेडिकल और हेल्थ इमरजेंसी तक को लेकर तैयारियां की जाएं, ताकि जब तूफान टकराए तो लोगों को हर संभव मदद दी जा सके.
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया कच्छ में मौजूद हैं. उन्होंने बताया है कि चक्रवात से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. किसी भी तरह के हालात से निपटा जा सकता है. अगर लोगों की मदद के लिए सेना को उतारना पड़ेगा, तो हम इसके लिए भी तैयार हैं.
- चक्रवाती तूफान बिपारजॉय गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान के कराची में टकरा सकता है. इसका असर द्वारका, जामनगर, कच्छ और मोरबी में भी देखने को मिलने वाला है. इस दौरान 125-135 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.
- गुजरात सरकार ने बताया है कि चक्रवाती तूफान की वजह से आठ जिलों पर प्रभाव पड़ने वाला है. कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में 15 जून को भारी बारिश होने वाली है. पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में भी भारी से बहुत ज्यादा भारी बारिश होगी.
- बिपारजॉय को देखते हुए भारतीय सेना भी तैयार हो चुकी है. सेना के अधिकारियों ने एनडीआरएफ के साथ राहत ऑपरेशन की तैयारी कर ली है. सेना अपने साथ सभी जरूरी चीजों को लेकर मौके पर तैनात हो चुकी है.