दुनिया / पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार, जबरन धर्म परिवर्तन करके युवती का करवाया निकाह

पाकिस्तान में यूं तो हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाएं आम बात हैं। लेकिन वहां काफी ऐसे भी मामले इन दिनों सामने आ रहे हैं जहां हिंदुओं का जबरन धर्म परिवर्तन करवा दिया जाता है। हाल ही में एक मामला सिंध प्रांत से सामने आया है जहां एक और हिंदू लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया। बाद में बड़े उम्र के शख्स से उसकी शादी भी करा दी गई।

News18 : Aug 22, 2020, 07:43 AM
सिंध। पाकिस्तान (Pakistan) में यूं तो हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाएं आम बात हैं। लेकिन वहां काफी ऐसे भी मामले इन दिनों सामने आ रहे हैं जहां हिंदुओं (Hidnu) का जबरन धर्म परिवर्तन करवा दिया जाता है। हाल ही में एक मामला सिंध प्रांत से सामने आया है जहां एक और हिंदू लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन (Religion Change) करा दिया गया। बाद में बड़े उम्र के शख्स से उसकी शादी (Marriage) भी करा दी गई। यही नहीं, पुलिस ने आरोपियों की जगह पीड़ित लड़की के परिवार वालों के खिलाफ ही केस दर्ज करा दिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंध के समारो की रहने वाली हिंदू युवती राम बाई को इस्लाम कबूल कराया गया और अब्दुल्लाह नाम के शख्स से शादी करा दी गई। अब्दुल्लाह की पहले से शादी हो चुकी थी और उसके बच्चे राम बाई से भी बड़े हैं। जब राम बाई के परिवार ने अपनी बेटी लौटाने को कहा तो उनके खिलाफ मीरपुर की सत्र अदालत में केस दर्ज कर दिया गया। इससे पहले पिछले महीने 12 साल की मोमल भील का कट्टर इस्लामी अतिवादियों ने धर्म परिवर्तन कर निकाह कराने के इरादे से घर से अपहरण कर लिया था। परिवार वालों ने जब पुलिस को सूचना दी तो उन्होंने ने भी कुछ नहीं किया। जून के अंतिम हफ्ते में आई रिपोर्ट के अनुसार, सिंध प्रांत में बड़े स्तर पर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें मुस्लिम बनाए जाने का मामला सामने आया था। सिंध के बादिन में 102 हिंदुओं को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया।

हजारों लड़कियां होती हैं किडनैप

मानवाधिकार संस्था मूवमेंट फॉर सॉलिडैरिटी एंड पीस के अनुसार, पाकिस्तान में हर साल 1000 से ज्यादा ईसाई और हिंदू महिलाओं या लड़कियों का अपहरण किया जाता है। जिसके बाद उनका धर्म परिवर्तन करवा कर इस्लामिक रीति रिवाज से निकाह करवा दिया जाता है। पीड़ितों में ज्यादातर की उम्र 12 साल से 25 साल के बीच में होती है।