Vikrant Shekhawat : May 09, 2023, 07:11 AM
Bajrang Dal: कर्नाटक में बजरंग दल पर बैन से शुरू हुई लड़ाई अब बजरंगबली पर आ गई है। आज देशभर में बजरंग दल के कार्यकर्ता कांग्रेस के खिलाफ हल्ला बोलने जा रहे हैं। मंदिरों में बजरंग दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंचकर आज हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। वहीं, बेंगलुरु में भी बजरंग दल कांग्रेस के खिलाफ बड़े प्रदर्शन की तैयारी में हैं। बजरंग दल के कार्यकर्ता आज कांग्रेस के विरोध में 3 किलोमीटर लंबी एक बाइक रैली निकालने जा रहे हैं। मेनिफेस्टो में बजरंग दल पर बैन लगाने का वादा करके कांग्रेस बुरी तरह फंसी हुई है। पार्टी का हर नेता अब सफाई पर सफाई दे रहा है लेकिन बीजेपी अब इसे कर्नाटक चुनाव में हिंदुओं की अस्मिता से जोड़ रही है ऐसे में कांग्रेस के लिए बजरंग दल और बजरंगबली इस चुनाव भारी पड़ते दिख रहे हैं।कर्नाटक में कांग्रेस पर भारी 'बजरंगबली'कर्नाटक में 24 घंटे बाद विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो जाएगी। इस चुनाव के प्रचार के दौरान बजरंग दल पर बैन लगाने का चुनावी वादा कांग्रेस के लिए हिट विकेट जैसा हो गया है। राज्य में प्रचार का चुनावी शोर थम चुका है। आज कोई भी पार्टी ना रैली करेगी ना जुलूस निकालेगी लेकिन आज बेंगलुरु से लेकर दिल्ली तक हनुमान चालीसा गूंजने वाली है। बजरंग दल कार्यकर्ता आज बेंगलुरु, दिल्ली, नागपुर, मुंबई समेत देश के तमाम शहरों में कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान विरोध के साथ हनुमान चालीसा का पाठ भी होगा।बजरंग दल पर बैन का मुद्दा कर्नाटक से उठा है इसलिए यहां बजरंगदल बड़ी लड़ाई लड़ने के मूड में है।बेंगलुरु में सुबह 10 बजे बजरंग दल कार्यकर्ता 3 किलोमीटर की बाइक रैली निकालेंगे। इसके बाद मारुथी अस्पताल के सामने क्लब रोड विजय में हनुमान चालीसा का पाठ होगा। दिल्ली में भी बड़ी संख्या में आज बजरंग दल के कार्यकर्ता कनॉट प्लेस हनुमान मंदिर में शाम 6 बजे हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।वहीं शाम 7 बजे दिल्ली के मौजपुर में हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा होगी।नागपुर और विदर्भ में भी बड़े स्तर पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। नागपुर में 6 जगहों पर हनुमान चालीसा के पाठ का प्रोग्राम है।वहीं मुंबई में बजरंग दल के विरोध की कमान वीएचपी के हाथों में होगी। वीएचपी महामंत्री मिलिंद परांडे हनुमंत शक्ति जागरण में मौजूद रहेंगे।बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने क्या कहा?बजरंग दल के इस आंदोलन में अब वीएचपी के साथ-साथ साधु संत भी आ गए हैं। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ये देश का दुर्भाग्य है कि यहां हनुमान जी का विरोध हो रहा है और विरोध करने वाले ऐसे लोग यहां हैं।कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने मैनिफेस्टों में बजरंग दल पर बैन लगाने का वादा करके पूरे चुनाव को धार्मिक बना दिया है। जो चुनाव विकास से शुरू हुआ था वो अब बजरंगबली पर पहुंच गया है। विपक्ष के नेता बजरंग दल के मुद्दे पर कांग्रेस को ही कठघरे में खड़ाकर रहे हैं। हालांकि कांग्रेस ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत कर्नाटक में बीजेपी सरकार के बीते पांच सालों में हुए काम और भ्रष्टाचार पर की थी लेकिन कांग्रेस की तरफ से जब घोषणा पत्र जारी हुआ तो उसमें बजरंग दल पर बैन लगाने का मामला बीजेपी के लिए फुलटॉस गेंद साबित हुआ। अब देखना होगा कि कर्नाटक में आखिरकार बजरंग बली किसको अपना रौद्र रुप दिखाते हैं।