Vikrant Shekhawat : Jun 01, 2021, 01:49 PM
बेंगलुरु: बेंगलुरु गैंगरेप (Bengaluru Gangrape) मामले में नई जानकारियां सामने आई हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस लड़की के साथ बर्बरता का वीडियो वायरल हुआ वो सेक्स रैकेट से जुड़ी थी. उसने आरोपियों से पांच लाख रुपये का एडवांस लिया था. लेकिन रुपये लौटा नहीं पा रही थी. राममूर्ति नगर पुलिस के मुताबिक, इसी के चलते आरोपियों ने उसके साथ ये घटिया हरकत की.पुलिस के मुताबिक, आरोपी जब भी पैसे मांगते, पीड़िता कोई न कोई बहाना बनाकर उन्हें टाल देती. बार-बार पैसे मांगने की वजह से पीड़िता भाग गई थी. दो महिला आरोपियों काजल और नुसरत की मदद से आरोपियों ने उसका पता लगाया. बाद में सबने विक्टिम के कपड़े उतारे, उसका वीडियो बनाया, उसके शरीर के साथ बर्बरता की और फिर उसका गैंगरेप भी किया.केरल से बेंगलुरु लाई गई पीड़िताघटना के बाद विक्टिम बेंगलुरु से चली गई थी. पुलिस ने उसे केरल के कोझिकोड में ट्रेस किया था. पुलिस उसे वापस बेंगलुरु ले आई है, जहां लेडी कर्जन अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराया गया.पुलिस ने बताया कि करीब तीन साल पहले असम के धुबरी में रहने वाले मोहम्मद बाबू ने पीड़िता की तस्करी कराई थी. पुलिस ने यह भी बताया कि मुर्शिदाबाद, हैदराबाद, तेलंगाना, कोझिकोड और धुबरी में मानव तस्करी का काफी बड़ा नेटवर्क है और यह सीधे बांग्लादेश से जुड़ा है. बांग्लादेश से लड़कियों की तस्करी की जाती है और उन्हें वेश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता है. पुलिस ने बताया कि इन पीड़िताओं का बहुत ज्यादा शोषण किया जाता है.इस मामले में आरोपियों ने ही पीड़िता का वीडियो वायरल कर दिया था. यह वीडियो मुख्य तौर पर असम, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में वायरल हुआ था. जिसके बाद असम पुलिस ने आरोपियों के पकड़ने के लिए ऑपरेशन चालू किया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश पुलिस ने बेंगलुरु पुलिस को टिप दी थी. जिसके बाद राममूर्तिनगर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चालू किया.राममूर्तिनगर पुलिस ने 28 मई को कणकनगर इलाके से आरोपियों को पकड़ा. दो आरोपियों रकीबुल इस्लाम सागर और हृदॉय बाबू ने भागने की कोशिश में पुलिस पर कथित तौर पर हमला किया. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उनके पैर में गोली मार दी. इस मामले में फिलहाल 6 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. पुलिस के मुताबिक, सभी बांग्लादेश से आए अवैध प्रवासी हैं.टिकटॉक के जरिए बनाता था शिकारटाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को पता चला है कि 25 साल का आरोपी हृदॉय बाबू मूल तौर पर बांग्लादेश की राजधानी ढाका का रहने वाला है. उसका असली नाम रिफादुल इस्लाम है. रिफादुल शॉर्ट वीडियो बनाता था. इन वीडियोज को टिकटॉक पर अपलोड करता था. अपने इलाके में वो टिकटॉक स्टार के तौर पर फेमस था.अपनी इसी पॉपुलैरिटी का फायदा उठाकर बाबू लड़कियों को भी वीडियो बनाने के लिए बुलाता था. बाद में उन्हें नौकरी का झांसा देकर तस्करी करने वालों को सौंप देता था. पुलिस ने कहा कि अभी रिफादुल इस्लाम अस्पताल में भर्ती है. इस पूरे मामले में उससे विस्तार से पूछताछ की जाएगी. साथ ही साथ यह भी पता लगाया जाएगा कि उसने अभी तक कितनी लड़कियों की तस्करी कराई है.पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़िता का मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करवाया जाएगा. हालांकि, इस मामले की जांच कर रही एक पुलिस टीम पहले ही पीड़िता का बयान रिकॉर्ड दर्ज कर चुकी है. पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी की जा रही है.